Russia और Ukraine के बीच 28 फरवरी को पांचवें दिन भी जंग जारी है। रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव में घुसकर बहुत जगह तबाही मचाई है। अन्य शहरों में भी लगातार हमले हो रहे हैं। इंटरनेशनल मीडिया की खबरों के मुताबिक यूक्रेन की सेना भी जमकर लोहा ले रही है। इस बीच रूस और यूक्रेन में बातचीत का रास्ता साफ हुआ है। बातचीत बेलारूस की सीमा पर होगी। इस पर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सहमति जताई है, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया गया है कि यूक्रेन रूस के सामने सरेंडर नहीं करेगा और ना अपनी एक इंच जमीन उसे देगा। 24 फरवरी से चल रही जंग के बीच कई जगह भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठने लगा था। अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा और वहां से सुरक्षित वतन वापसी को लेकर केंद्र सरकार ने गंभीर प्रयास शुरू किए,तो दूसरे देश के रास्ते हमारे नागरिक इंडिया पहुंचना शुरू हो गए हैं। ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे सभी नागरिकों को धीरे-धीरे इंडिया लाया जा रहा है। 28 फरवरी की सुबह में रोमानिया से पांचवीं फ्लाइट 249 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंची है। दिल्ली पहुंचने पर सभी नागरिकों ने खुशी जताई है। एक छात्रा ने बताया, “हम वापस आ गए हैं तो हमें बहुत खुशी है। यूक्रेन में हमारे लिए स्थिति बहुत कठिन थी, हम आशाहीन हो गए थे।”
20,000 से अधिक भारतीय नागरिक
गौरतलब है कि भारत के 20,000 से अधिक नागरिक यूक्रेन में रहते हैं। इनमें ज्यादा पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स हैं। 24 फरवरी से लेकर अब तक तमाम ऐसे वीडियो वायरल हो चुके हैं, जिसमें भारतीय छात्रों और अन्य नागरिकों ने यूक्रेन में अपनी पीड़ा जताई है। उन्हें कई प्रकार के कष्ट झेलने पड़ रहे हैं। यह वीडियो से लाइव दिख रहा है। भारत सरकार के प्रयास से नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी शुरू हो चुकी है। अब तक लगभग डेढ़ हजार भारतीय नागरिक स्वदेश लौट चुके हैं। अभी भी तमाम नागरिक लौटने का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द से जल्द हमारे देश के सभी नागरिक स्वदेश लौट आएंगे। अब तक 5 फ्लाइट से लोगों को मुंबई और दिल्ली पहुंचाया जा चुका है, जहां से वे अपने घर जा चुके हैं या जा रहे हैं।