Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

मुख्तार अंसारी को हत्या का डर या कुछ और, माफिया अचानक क्यों हुआ ICU में भर्ती?

मुख्तार अंसारी को हत्या का डर या कुछ और, माफिया अचानक क्यों हुआ ICU में भर्ती?

Share this:

Why was mafia Mukhtar Ansari, who was serving life sentence in jail, suddenly admitted to ICU?, UP news, Mafia Don Mukhtar Ansari, Uttar Pradesh news, Lucknow news, Gazipur news : जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत अचानक से बिगड़ गई है। गंभीर हालत में मुख्तार को बांदा स्थित रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से पुलिस प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज के ICU जोन को पूरी तरह से छावनी बना दिया है। आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी कई आपराधिक मामलों का दोषी है और इस वक्त बांदा जेल में सजा काट रहा है।

देर रात अस्पताल में कराया गया भर्ती

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को कब्ज और यूरिन इन्फेक्शन की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तबीयत बिगड़ते ही मुख्तार को बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के ICU वार्ड में भर्ती करवाया गया है। मुख्तार अंसारी बीते 3 दिनों से यूरिनल इन्फेक्शन से परेशान था। इसके बाद उसे रात 1 बजे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। डॉक्टर्स ने शुरुआती जांच के बाद सर्जरी की सलाह दी है। जानकारी के मुताबिक, अभी मुख्तार की तबीयत स्थिर है।

जेलर हो चुके सस्पेंड

कुछ ही दिनों पहले यूपी शासन ने अंसारी की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही को लेकर कार्रवाई की थी। इस मामले में एक जेलर और दो डिप्टी जेलर को निलंबित किया गया था। आपको बता दें कि कुछ ही दिनों पहले अपनी वर्चुअल पेशी में माफिया मुख्तार अंसारी ने न्यायालय में जेल प्रशासन पर स्लो प्वाइजन देने का आरोप लगाया था।

मुख्तार अंसारी को हत्या का डर

बीते दिनों मुख्तार ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। मुख्तार ने कहा था कि उसकी हत्या की साजिश की जा रही है और उसे खाने में धीमा जहर यानी स्लो प्वॉइजन दिया जा रहा है। मुख्तार के वकील ने मुख्तार अंसारी के लिए सुरक्षा व समुचित इलाज की मांग की थी। बता दें कि कोर्ट में बीते गुरुवार को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से मुख्तार अंसारी की पेशी की गई थी।

आजीवन कारावास की मिली है सजा

कुछ ही दिनों पहले एमपी एमएलए कोर्ट ने 36 साल पुराने फर्जी शस्‍त्र लाइसेंस केस में मुख्तार को कोर्ट ने दोषी करार दिया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वाराणसी के विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) एमपी एमएलए न्यायाधीश अवनीश गौतम ने मुख्तार पर 2 लाख 2 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।

Share this: