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पड़ोसी का दावा : चीन के ग्लोबल टाइम्स की नजर में LAC पर मोदी नरम, चुनाव में 430 सीटें जीतने…

पड़ोसी का दावा : चीन के ग्लोबल टाइम्स की नजर में LAC पर मोदी नरम, चुनाव में 430 सीटें जीतने…

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According to China’s Global Times, Modi is soft on LAC, will win 430 seats in the elections…, Global News, Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news  : एक तरफ भारत में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं तो दूसरी ओर भारत और चीन के बॉर्डर पर तनाव के कारण हॉट विचारों का आदान-प्रदान भी हो रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि 2024 के चुनाव पर पड़ोसी देश चीन की भी नजर है। दरअसल, एलएसी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की दो टूक के बाद तिलमिलाए चीन पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। ग्लोबल टाइम्स ने हमला बोलते हुए कहा कि एलएसी पर पीएम मोदी का रुख नरम है। वो एलएसी को कम महत्व दे रहे हैं और उनकी ये नरमी चुनाव को लेकर है। उनका लक्ष्य 430 सीटें जीतना है। ग्लोबल टाइम्स ये आरोप लगा रहा है कि चुनाव को लेकर पीएम मोदी बॉर्डर के मुद्दों पर चुप हैं, जबकि उनके विदेश मंत्री एस जयशंकर मुखर हो रहे हैं। सच्चाई यह है कि एलएसी पर हिंदुस्तान जिस तरीके से चीन को जवाब दे रहा है, ये उसके गले नहीं उतर रहा है। चीन भूल गया है कि ये नया भारत है। जो शांति का दूत तो पहले की ही भांति है। लेकिन हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देना पहले से भी कहीं बेहतर जानता है।

क्या कहा है भारतीय विदेश मंत्री ने 

एस जयशंकर ने कहा कि चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों की तैनाती असामान्य है और देश की सुरक्षा की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। अब जो बदलाव आया, वह 2020 की घटना के बाद आया है। चीनियों ने 2020 में कई समझौतों का उल्लंघन करते हुए हमारी सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया और उन्होंने यह ऐसे वक्त किया जब हमारे यहां कोविड लॉकडाउन लागू था। गलवान घाटी झड़प में कुल 20 भारतीय सैन्य कर्मी शहीद हुए थे। भारत-चीन सीमा पर चार दशकों में यह सबसे भीषण झड़प थी। जयशंकर ने कहा कि भारत ने भी (सीमा पर) सैनिकों को तैनात कर जवाब दिया और चार साल से गलवान में सैनिकों की तैनाती वाले सामान्य मोर्चों से आगे भारतीय सैनिक तैनात हैं। एलएसी पर यह बहुत ही असमान्य तैनाती है। इतना ही नहीं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में मजबूती तभी आएगी जब बॉर्डर पर शांति होगी।

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