Yashwant Sinha (यशवंत सिन्हा) अटल बिहारी बाजपेयी के कैबिनेट में वित्त और विदेश मंत्री रह चुके हैं। वह देश के जाने-माने ब्यूरोक्रेट भी रहे हैं। इकोनामी पर उनकी विशेषज्ञता के कायल लोगों की संख्या लाखों में होगी। भले आज वह TMC के नेता हैं, लेकिन उनकी पहचान एक दलगत सीमा से ऊपर राजनेता की भी है। आज के संदर्भ में सियासत और इकोनामी पर उनकी बातों का मायना दलगत सीमा से ऊपर है। 13 फरवरी को झारखंड के हजारीबाग में वह अपने निवास स्थान पर थे और पत्रकारों से रूबरू थे। उन्होंने कई सवालों का संजीदा अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार ने संघीय ढांचा (Federal Structure) को विनाश के रास्ते पर ढकेल दिया है। इसमें कई फोरम को खत्म कर दिया है। इससे केंद्र और राज्यों के संबंध के बीच समन्वयात्मक रिश्ता तनावपूर्ण हो गया है।
गैर भाजपा शासित राज्यों के लिए जानबूझकर पैदा किया गया है संकट
सिन्हा ने कहा कि योजना आयोग(Planning Commission) ऐसी संस्था थी, जहां राज्यों के मुख्यमंत्री 5 साल की योजनाओं से संबंधित बातों को रखते थे। वित्त आयोग (Finance Commission) टैक्स का बंटवारा केंद्र और राज्यों के लिए निर्धारित करता था। किसी भी राज्य के मुख्य सचिव, योजना आयाोग के चेयरमैन व अधिकारियों के समक्ष अपने राज्य के विकास की भावी योजनाओं को रखते थे। सारी व्यवस्थाएं खत्म कर दी गई हैं। यह स्थिति राज्यों के लिए भयावह है खासकर गैर भाजपा शासित राज्यों के लिए। यह जानबूझकर संकट पैदा किया गया है। वित्तीय समझ के अभाव में भी ऐसा होता है।
गवर्नर को Super Opposition leader बनाकर भेजा
कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री और गवर्नर के बीच की तनातनी से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा की मोदी सरकार ने गैर-भाजपा शासित राज्यों में सुपर अपॉजिशन लीडर बनाकर राज्यपाल को भेजा है। बंगाल, महाराष्ट्र, केरल एवं अन्य राज्यों में हर दिन इसके प्रमाण सामने आ रहे हैं। इससे केंद्र और राज्य के संबंध खराब हो रहे हैं। विकास कार्यों पर प्रभाव पड़ रहा है।
ऐसा ही होने वाला है उत्तर प्रदेश में भी
पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा के दावे को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा के झारखंड में 65 पार, बंगाल में 200 पार और उत्तर प्रदेश में 300 पार के दिए गए नारे के संबंध में कहना चाहता हूं कि झारखंड और बंगाल में क्या हुआ परिणाम। उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही होने वाला है।