Mandir and Masjid (मंदिर और मस्जिद) की सियासत न जाने इस देश को किस ओर ले जाएगी। बस देखते जाइए। ज्ञानवापी और मथुरा मस्जिद के बाद अब मध्य प्रदेश में भोपाल की मस्जिद के नीचे भी मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। मध्य प्रदेश की ‘संस्कृति बचाओ मंच’ ने 19 मई को राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को एक ज्ञापन सौंपकर भोपाल में जामा मस्जिद के पुरातात्विक सर्वेक्षण की मांग की है।
राज्य के गृह मंत्री को लिखा पत्र
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को चिट्ठी लिखकर पुरातत्व विभाग से मस्जिद का सर्वेक्षण करने का अनुरोध किया है। मंच का दावा है कि भोपाल चौक बाजार स्थित जामा मस्जिद के अंदर शिव मंदिर स्थित है।
चंद्रशेखर तिवारी के मुताबिक भोपाल की आठवीं शासक कुदेशिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात-ए-कुडिस में उल्लेख किया है कि भोपाल की जामा मस्जिद का निर्माण शिव मंदिर को तोड़कर किया गया था।
संस्कृति बचाओ मंच प्रमुख ने आगे दावा किया कि बेगम ने यह भी उल्लेख किया है कि इस मस्जिद का निर्माण 1832 ईस्वी में शुरू हुआ और 1857 ईस्वी में पूरा हुआ और निर्माण कार्य पर 5,00,000 रुपये की राशि खर्च की गई।
30 हजार मस्जिदों की सूची
तिवारी ने आगे कहा कि उनके पास 30 हजार मस्जिदों की सूची है, चाहे वह जामा मस्जिद चौक हो, भोपाल की मस्जिद हो, उज्जैन की मस्जिद हो या विदिशा की मस्जिद हो। संस्कृति बचाओ मंच ने मुस्लिम वर्ग से भी मांग की है कि इन धार्मिक स्थलों को बड़े दिल से हिंदू समाज को सौंपकर स्वागत योग्य कदम उठाया जाए।