Russia और Ukraine के बीच सीमा विवाद का तनाव अभी तक सही तरीके से घटने की स्थिति नहीं दिख रही है। दुनिया के तमाम देशों को युद्ध की आशंका अभी भी है। ये देश रूस के आश्वासन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल ( UNSC) की बैठक में भारत ने 17 फरवरी को कहा,’ इस समय ‘शांतिपूर्ण (Peaceful) और रचनात्मक (Constructive) कूटनीति’ की जरूरत है। वह इस मामले में सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। साथ ही भारत ने कहा कि यूक्रेन में 20,000 से अधिक भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। रूस की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि नयी दिल्ली की रुचि एक ऐसा समाधान खोजने में है, जिसके जरिये तनाव में तत्काल कमी लाई जा सके। भारत सभी संबंधित पक्षों के संपर्क में है। हमारा विचार है कि इस मुद्दे को केवल कूटनीतिक बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘भारत की रुचि एक ऐसा समाधान खोजने में है, जो सभी देशों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए तनाव को तत्काल कम कर सके और इसका उद्देश्य क्षेत्र और उसके बाहर दीर्घकालिक शांति और स्थिरता हासिल करना हो।’
अमेरिका ने कहा, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि उनका मानना है कि रूस अगले कई दिनों में यूक्रेन पर आक्रमण करेगा। रूस ने सीमा पर और सैनिकों को जोड़ा है। बाइडेन ने कहा, ‘रूस आक्रमण करेगा, मेरी समझ में यह अगले कुछ दिनों के भीतर होगा।’ रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि रूसी आक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा है। चूंकि उन्होंने अपने किसी भी सैनिक को बाहर नहीं किया है, उन्होंने और अधिक सैनिकों को स्थानांतरित कर दिया है। हमारे पास यह मानने का कारण है कि वे अंदर जाने का बहाना बनाने के लिए एक झूठे झंडे के संचालन में लगे हुए हैं। हमारे पास हर संकेत यह है कि वे यूक्रेन में जाने, यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।’