Jharkhand New Delhi news : झारखंड के धनबाद (Dhanbad) में रहते हुए देशभर के अलग-अलग शहरों में सैकड़ों लोगों के साथ साइबर ठगी करने वाले गैंग का उत्तर-पूर्वी जिला पुलिस ने भंडाफोड़ (exposure) किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार (arrest) किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान अजहरुद्दीन अंसारी (30), मुर्शीद अंसारी (32), अशफाक अंसारी (22) और असगर अंसारी (25) के रूप में की गई है। पकड़े गए चारों आरोपित धनबाद के निवासी हैं। सभी धनबाद जिले के अलग-अलग स्थानों पर रहते हैं। पुलिस (police) ने आरोपितों (accused) के पास से 7.90 लाख, सात मोबाइल, तीन एटीएम कार्ड, दो पीओएस मशीन और एक चेकबुक बरामद किया है।
पीड़ित राजेश की शिकायत पर पुलिस ने की कारवाई
आरोपितों ने गूगल (Google) पर कई कंपनियों (several companies) के फर्जी कस्टमर केयर (customer care) नंबर डाले हुए थे। जैसे ही कोई इन नंबरों पर कॉल करता था, उसे आरोपित अपने जाल में फंसा लेते थे। आरोपितों ने अब तक कितने लोगों के साथ ठगी की है, पुलिस उसका पता लगाने का प्रयास कर रही है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली (North East Delhi) के डीसीपी संजय कुमार सैन ने मीडिया (media) को बताया कि 3 जुलाई 2022 को राजेश कुमार शर्मा नाम के एक व्यक्ति ने साइबर थाने (cyber police station) में ठगी की शिकायत (complain) दर्ज करवाई थी। पीड़ित ने बताया कि उसने कुछ दवाएं ऑनलाइन बुक करवाई थी। डीटीडीसी कंपनी (DTDC COURIER COMPANY) को इन दवाइयों (medicine) को डिलीवर करना था। लेकिन उनको पहुंचाने में देर हुई। इसका पता लेने के लिए पीड़ित ने कुरियर कंपनी का कस्टमर केयर नंबर लेने के लिए गूगल पर सर्च (Google search) किया। वहां से नंबर लेकर पीड़ित ने उस पर संपर्क किया। लेकिन नंबर कंपनी का न होकर साइबर ठगों का था। पीड़ित की मदद करने के नाम पर आरोपितों ने उससे एक एप डाउनलोड कराकर उसके मोबाइल (mobile) का कंट्रोल प्राप्त कर लिया। इसके बाद उसके खाते से 2.40 लाख रुपये उड़ा लिये लिये। पीड़ित की शिकायत (complain) पर पुलिस ने मामला दर्ज (FIR lodge) कर छानबीन शुरू की।
सिराज अंसारी के खाते में गए थे 40 हजार रुपए
जांच (investigation) के दौरान सबसे पहले पुलिस ने उन खातों की जानकारी प्राप्त की, जिनमें रुपए ट्रांसफर हुए थे। रकम पांच अलग-अलग खातों (bank accounts) में गई थी। धनबाद (Dhanbad) में सिराज अंसारी नामक व्यक्ति के एक खाते में 40 हजार रुपये गए थे। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज व खाते से लिंक मोबाइल (link mobile) की जांच की गई। इस आधार पर पुलिस ने 16 सितंबर को धनबाद में छापेमारी (raid) कर अजहरुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसी दिन मुर्शीद को गिरफ्तार किया गया। इनसे पूछताछ के बाद अशफाक अंसारी को 30 सितंबर और असगर को छह अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से कैश और अन्य सामान बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि यह पिछले काफी समय से ठगी का धंधा कर रहे थे। आरोपित अजहरुद्दीन कोयले के भट्टे (coal bhattha) पर काम करता था। मुर्शीद टेलर, अशफाक मजदूरी तथा असगर अंसारी, ग्राहक सेवा केंद्र चलाता है। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।