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जिस अस्पताल में 7 नवजातों की गई जान, उसके पास न NOC नहीं, न लाइसेंस, फिर भी…

जिस अस्पताल में 7 नवजातों की गई जान, उसके पास न NOC नहीं, न लाइसेंस, फिर भी…

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Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : शनिवार की देर रात को पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में जिस बेबी केयर न्यू बोर्न हॉस्पिटल में भीषण आग लगने 7 नवजात बच्चों की जान चली गई, उसके पास ना तो NOC है और उसका लाइसेंस भी एक्सपायर हो चुका है। अस्पताल के मालिक डॉ. नवीन खिची और एक ऑन-ड्यूटी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उक्त अस्पताल के ड्यूटी रोस्टर में बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) डॉक्टर शामिल थे, जो बच्चों की देखभाल के लिए योग्य नहीं थे। डीसीपी ने कहा कि जांच के दौरान, हमें पता चला कि डॉक्टर नवजात गहन देखभाल की आवश्यकता वाले नवजात बच्चों का इलाज करने के लिए योग्य/सक्षम नहीं हैं, क्योंकि वे केवल बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) डिग्री धारक हैं।

अवैध रूप से संचालित हो रहा था हॉस्पिटल

अधिकांश माता-पिता को अपने बच्चे की मौत और घटना के बारे में रविवार को समाचारों या दोस्तों या परिवार के माध्यम से पता चला, क्योंकि न तो पुलिस और न ही अस्पताल ने उन्हें सूचित किया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, मालिक की ओर से लापरवाही की चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अधिकारियों के अनुसार, निजी नवजात अस्पताल कथित तौर पर एस्पायर्ड लाइसेंस और अग्निशमन विभाग से एनओसी के बिना अवैध रूप से संचालित हो रहा था। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) द्वारा बेबी केयर न्यू बोर्न चाइल्ड हॉस्पिटल को जारी किया गया लाइसेंस 31 मार्च 2024 को पहले ही समाप्त हो चुका था। पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि यहां तक कि उक्त अस्पताल को जारी किया गया लाइसेंस भी केवल पांच बिस्तरों के लिए ही अनुमति देता है।

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