एक बार फिर भोपाल की नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (NLIU) विवादों में है। विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर पर वहां पढ़ने वाली छात्राओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। आरोप लगाने वाली छात्राएं एक दो नहीं, बल्कि 100 से भी ज्यादा हैं। यह मामला मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंच गया है। इस मामले को लेकर सीएम ने नाराजगी जताते हुए स्पष्ट तौर पर कहा है कि छात्राओं से दुर्व्यवहार किसी भी परिस्थिति में सहन नहीं किया जाएगा। सीएम ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई जिसमें डीजीपी और भोपाल कमिश्नर मकरंद देऊश्कर को जांच के आदेश दिए।
100 से ज्यादा छात्राओं ने लगाए आरोप
नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती पर यूनिवर्सिटी की 100 से ज्यादा छात्राओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। छात्राओं का आरोप है कि ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान प्रो. मोहंती अकेले में छात्राओं को बुलाते थे। इसके बाद अश्लील मैसेज और वीडियो छात्राओं को भेजते थे। छात्राओं का दावा है कि उनके पास सबूत के तौर पर वो मैसेज और वीडियो मौजूद हैं। शुक्रवार को इस मामले को लेकर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं प्रोफेसर मोहंती के केबिन में पहुंचे और उनसे रिजाइन के लिए हस्ताक्षर कराए। इसका एक वीडियो भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सीएम शिवराज ने बुलाई आपात बैठक
मामला सामने आने के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने साफ कहा कि प्रदेश में छात्राओं के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शुक्रवार को ही सीएम ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई जिसमें डीजीपी और भोपाल कमिश्नर मकरंद देऊस्कर को मामले की जांच के आदेश दिए। इतना ही नहीं सीएम ने ये भी कहा कि अगर जरूरत हुई तो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से चर्चा की जाएगी। वहीं सीएम की नाराजगी जताने और छात्रों के बढ़ते दबाव के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने प्रो. मोहंती को दोषी मानकर उनसे इस्तीफा मांगा था। साथ ही कानूनी कार्रवाई की बात कही थी। जिसके बाद प्रो. मोहंती ने डीन, डिस्टेंस एजुकेशन और इंचार्ज अकादमिक ब्लॉक-1 के पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। बता दें कि प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती यूनिवर्सिटी में 23 साल से कार्यरत हैं और उन पर डिग्रियों के फर्जीवाड़े के आरोप भी लग चुके हैं।