New Delhi news : यूनियन ग्रांट कमीशन यानी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने मध्य प्रदेश की 7 सरकारी यूनिवर्सिटी सहित देश की 157 डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी घोषित कर दिया है। यूजीसी ने इसकी लिस्ट भी जारी की है। इनमें 108 सरकारी यूनिवर्सिटी, 47 प्राइवेट यूनिवर्सिटी और दो डीम्ड यूनिवर्सिटी भी शामिल हैं। यूजीसी के मुताबिक, इन सभी यूनिवर्सिटीज ने लोकपाल नियुक्त नहीं किया, इसके चलते इन्हें डिफाल्टर यूनिवर्सिटी के कैटेगरी में शामिल किया गया है।
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माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी का भी नाम
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा जारी इस सूची में मध्य प्रदेश के सात विश्वविद्यालयों को डिफाल्टर घोषित किया गया है। इनमें माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (भोपाल), राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (भोपाल), जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय (जबलपुर), मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस विश्वविद्यालय (जबलपुर), नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विवि (जबलपुर), राजा मानसिंह तोमर म्यूजिक एंड आर्ट्स विवि (ग्वालियर) और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (ग्वालियर) शामिल है। इसके अलावा यूपी के किंग जार्ज यूनिवर्सटी ऑफ डेंटल साइंस (केजीएमयू) का भी नाम है।
किस राज्य में कितनी यूनिवर्सिटी डिफॉल्टर
आंध्र प्रदेश की 4, बिहार की 3, छत्तीसगढ़ की 5, दिल्ली की 1, गुजरात की 4, हरियाणा की 2, जम्मू कश्मीर की 1 झारखंड की 4, कर्नाटक की 13, केरल की 1, महाराष्ट्र की 7 मणिपुर की 2, मेघालय की 1, ओडिशा की 11, पंजाब की 2, राजस्थान की 7, सिक्किम की 1, तेलंगाना की 1, तमिलनाडु की 3, उत्तर प्रदेश की 10, उत्तराखंड की 4, पश्चिम बंगाल की 14 सरकारी यूनिवर्सिटी डिफाल्टर घोषित की गई है।