Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश) की राजधानी लखनऊ स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में संविदा (Contract) के आधार पर काम कर रहे 200 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा 1 अप्रैल से समाप्त हो जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संस्थान प्रशासन ने इस संबंध में 23 मार्च को मानव संसाधन मुहैया कराने वाली एजेंसी को नोटिस दे दिया है। इससे नाराज कर्मचारियों ने प्रशासनिक भवन में धरना प्रदर्शन किया।
नेशनल हेल्थ मिशन के तहत की गई थी सभी स्टाफ की नियुक्ति
गौरतलब है कि लोहिया संस्थान में नेशनल हेल्थ मिशन के तहत करीब 200 आउटसोर्सिंग कर्मचारी दो साल से काम कर रहे हैं। ये कर्मचारी कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर रखे गए थे। बीते दिनों स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोविड के तहत रखी गई भर्तियां रद्द कर दी गई हैं। अब लोहिया संस्थान प्रशासन भी इनको हटाने जा रहा है।
हेल्थ स्टाफ खाली पदों पर समायोजित करने की कर रहे मांग
एजेंसी को दिए गए नोटिस में कहा गया है कि होली के मद्देनजर कर्मचारियों को मार्च में नहीं हटाया गया था। अब एक अप्रैल से इनकी सेवाएं खत्म कर दी गई हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कोविड के दौरान कड़ी मेहनत कर मरीजों की जान बचाई। संस्थान में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। इनके सापेक्ष हमें समायोजित किया जा सकता है।