पश्चिम बंगाल के स्टील प्लांट में शुक्रवार को गैस लीक होने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 5 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। तीन मृतक मजदूरों की पहचान सजल चौहान, सिंटू यादव और संतोष चौहान के तौर पर कर ली गई है। पांच कर्मचारियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद से प्लांट के बाकी कर्मचारी दहशत में हैं। हादसे के लिए प्लांट प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
श्रमिक संगठनों ने उठाया सवाल
श्रमिक संघों ने सवाल उठाया है कि प्लांट में बार-बार गैस रिसाव की घटनाएं क्यों हो रही थीं। प्रबंधन ने जानकारी दी है कि इस मामले में गहन जांच की जाएगी। शुक्रवार को तीन लोगों की मौत के साथ, पिछले पांच वर्षों में संयंत्र में गैस रिसाव के कारण मरने वालों की कुल संख्या नौ हो गई है। मजदूर संघों का दावा है कि पिछले कई वर्षों से प्लांट में आधुनिकीकरण का काम नहीं हुआ है। मजदूर प्रबंधन की लापरवाही का शिकार हो रहे हैं। संघ ने यह भी आरोप लगाया कि संविदा कर्मियों को नियुक्ति के समय पर्याप्त सुरक्षा प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है। ट्रेड यूनियन नेता शेख शहाबुद्दीन, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हैं। उन्होंने दुर्गापुर स्टील प्लांट गैस लीक मामले में निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है।
कॉर्बन मोानऑक्साइड का रिसाव से हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार कॉर्बन मोानऑक्साइड का रिसाव प्लांट के एक कनवर्टर यूनिट में हुआ। गैस रिसाव के बाद सीआईएसएफ वह दमकल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची दमकल और सीआईएसएफ की टीम ने एक घंटे की मशक्कत के बाद हालातों पर काबू पाया और बेहोश होकर गिरे मजदूरों को उनके साथियों की मदद से अस्पताल पहुंचाया।