Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, Dharm- adhyatm, religious, Krishna Janmashtami : हिन्दू शास्त्रों की मानें तो श्रीकृष्ण का जन्म भगवान विष्णु के अवतार के रूप में हुआ था। इस वर्ष अष्टमी की तिथि दो दिन पड़ रही है। इस कारण लोगों में असमंजस की स्थिति है। इधर, हिंदू पंचांग की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी के दिन अद्भुत योग बन रहा है। 6 सितंबर को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। कहने का आशय यह है कि इस दौरान चंद्रमा वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र होने पर विशेष संयोग बन रहा है। ऐसे में इस वर्ष गृहस्थ और वैष्णव कब मनाएं कृष्ण जन्मोत्सव, आइए जानते हैं…
इस बार जन्माष्टमी से जुड़ीं खास बातें
✓06 सितंबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट पर अष्टमी तिथि प्रारंभ हो रही है। इसी तरह 07 सितंबर 2023 को शाम 04 बजकर 14 मिनट पर अष्टमी तिथि का समापन हो रहा है।
✓कृष्ण जन्माष्टमी 2023 की बात करें तो 6 सितंबर को सुबह 9 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 7 सितंबर को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र समाप्त हो रहा है।
✓ गृहस्थ लोगों के लिए पूजा का समय 7 सितंबर को रात 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक है।
✓वैष्णव संप्रदाय के लिए पूजा का यह समय 8 सितंबर को सुबह 12 बजकर 02 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक है।