Categories


MENU

We Are Social,
Connect With Us:

☀️
Error
Location unavailable
🗓️ Mon, Mar 31, 2025 🕒 2:26 AM

Dharm adhyatm : नवरात्र की अष्टमी-नवमी का है विशेष महत्त्व, करें ये उपाय, दूर होंगे सभी दुख

Dharm adhyatm : नवरात्र की अष्टमी-नवमी का है विशेष महत्त्व, करें ये उपाय, दूर होंगे सभी दुख

Share this:

Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, Dharm- adhyatm, dharm adhyatm, religious :  नवरात्र का पावन त्योहार चल रहा है। इस अवसर पर मां भगवती के नौ रूपों की पूजा विधि-विधान सें करने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। नवरात्र की अष्टमी तिथि सबसे महत्त्वपूर्ण दिन मानी जाती है। कहा जाता है कि अगर आप साल भर में कोई व्रत नहीं करते हैं, तो अष्टमी रख लें। सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। दुर्गा मां को प्रसन्न करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके अलावा यदि आपको धन की हानि हो रही है, माता लक्ष्मी आपसे नाराज हैं, तो अष्टमी की रात यह टोटका कर लें, तो सारी समस्याओं का निवारण हो जायेगा। जानिए क्या है वह टोटका…

माता पार्वती, माता लक्ष्मी और माता सरस्वती के तीनों स्वरूप मिल कर मां दुर्गा बनी हैं

माता पार्वती, माता लक्ष्मी और माता सरस्वती के तीनों स्वरूप मिल कर मां दुर्गा बनी हैं। इसलिए नवरात्र में दुर्गा मां की पूजा करने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। नवरात्र की अष्टमी बेहद शुभ दिन मानी जाती है। इस साल अष्टमी का व्रत 22 अक्टूबर को रखा जायेगा। नवरात्र में जौ का भी इस्तेमाल किया जाता है। जिन जातकों को आर्थिक समस्या हो रही है, वे दुर्गा अष्टमी की रात जौ से जुड़े कुछ टोटके कर लेते हैं, तो माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जायेगी और उनकी किस्मत बदल जायेगी।

IMG 20231021 WA0002

अष्टमी की रात जौ सें करें यह टोटका

नवरात्र में जौ का भी इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि माना जाता है कि जौ में भी मां लक्ष्मी का वास रहता है। आर्थिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए दुर्गा अष्टमी की रात सोने से पहले एक मुट्ठी जौ लेकर लाल कपड़े में बांध कर घर की तिजोरी में रखें। इसके साथ ही दुर्गा अष्टमी के दिन जौ का दान किसी ब्राह्मण को अवश्य करें। इससे धन की वृद्धि होगी। अष्टमी की रात जौ से जुड़े इस टोटके को करने से आपकी किस्मत बदल जायेगी और माता लक्ष्मी की कृपा बरसने लगेगी।

दुर्गा अष्टमी के दिन दो शुभ योग

इस साल दुर्गा अष्टमी का व्रत 22 अक्टूबर रखा जायेगा। 22 अक्टूबर को दुर्गा अष्टमी के दिन दो शुभ योग बन रहे हैं। उस दिन रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात:काल सुबह 06 बज कर 26 मिनट से शाम 06 बज कर 44 मिनट तक है। उस दिन रवि योग शाम 06 बज कर 44 मिनट से लेकर अगले दिन सुबह 06 बज कर 27 मिनट तक है।

Share this:

Latest Updates