Navratri fasting, Dharma-Karma, Spirituality, Astrology, Dharm- adhyatm, dharm adhyatm ,religious : नवरात्र का त्योहार 15 अक्टूबर से शुरू हो चुका है। इस दौरान पूरा देश माता रानी की भक्ति में डूबा नजर आ रहा है। साथ ही, लगभग हर राज्य में देखने को मिल रहा है गरबा का अनोखा रंग। वैसे, उपवास नवरात्र का आवश्यक पहलू है। कई लोग पूरे नौ दिन व्रत रखते हैं। जबकि, कुछ लोग मोटापा बढ़ने के डर से केवल पहले और आखिरी दिन का व्रत रख पाते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो बता दें कि दिन में सही समय पर सही सामग्री का सेवन करने से मोटापा नहीं बढ़ता। फलाहारी आहार में अधिकतर फल होते हैं। हालांकि, लोग फलाहार के नाम पर साबूदाना, समा के चावल, कट्टू की पकौड़ी, सिंघाड़े का हलवा, भुनी मूंगफली, मखाना, पनीर का सेवन भी करते हैं, जो वास्तव में अनहेल्दी है।
साबूदाना खिचड़ी करें अवॉइड
अब सवाल यह है कि नवरात्र में ऐसा क्या खायें कि वजन एक इंच भी ना बढ़े। फलाहार में साबूदाना की खिचड़ी बहुत ज्यादा भारी होती है। इसे खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी बहुत ज्यादा है और दूसरा मसाले के साथ उबले हुए आलू या अरबी का सेवन किया जाता है। इससे इसमें कैलाेरी की मात्रा लगभग डबल हो जाती है। खाना ही चाहते हैं, तो दिन के पहले भाग में इसका सेवन कर लें।
नवरात्र में ऐसी होनी चाहिए फलाहारी डाइट
अब तक फलाहार के रूप में आप जो कुछ भी अनहेल्दी खाते आये हैं, उसे बदल लें। न्यूट्रिशनिस्ट ने आपके लिए बेस्ट फलाहारी डाइट है, जिसे आप बिना किसी टेंशन के फॉलो कर सकते हैं।
नाश्ता– एक कटोरी बिना मलाई वाला दही। इसके साथ कुट्टू का उपमा या राजगिरा रोटी।
नाश्ते के बाद : स्किम्ड दूध के साथकम चीनी और हाई फाइबर वाले फल ; जैसे सेब, नाशपाती या पपीता।
दोपहर का भोजन : कुट्टू की खिचड़ी के साथ लौकी की सब्जी और स्किम्ड मिल्क पनीर के टुकड़े।
शाम : थोड़े से स्किम्ड दही या स्किम्ड दूध के साथ मिक्स नट्स जैसे बादाम, अखरोट और मूंगफली ।
रात का खाना : एक कटोरा स्किम्ड पनीर, राजगिरा रोटी और लौकी का रायता। मीठे व्यंजन पूरेदूध और चीनी के बजाय स्किम्ड मिल्क और स्टीवियासे बनाये जा सकते हैं। लौकी या कुट्टू की खीर या हलवे अच्छा विकल्प हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए चीनी के बजाय थोड़ा गुड़ पाउडर छिड़कें।
नवरात्र व्रत के लिए टिप्स
किसी भी व्यंजन को तलने से बचें। इसके बजाय भाप में पकायें। चीनी के बजाय चीनी के अन्य विकल्प का उपयोग करें।
साबूदाना, मखाना और अरबी हाई कैलोरी फूड हैं, जो वजन बढ़ाते हैं। इनका सेवन कम से कम करें। सूखे मेवों की जगह पर साबुत फलों का सेवन करें।
स्किम्ड डेयरी प्रोडक्ट्स के रूप में प्रोटीन की 2-3 सर्विंग ले सकते हैं। व्रत के दौरान दिन भर में ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें। डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी तभी करें, जब वे आपकी आंत के अनुरूप हों।
अगर आपको इससे एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें। आप इसकी जगह वेजीटेरियन प्रोटीन पाउडर का उपयोग कर सकते हैं।
आध्यात्मिकता का भाव बढ़ाता है उपवास
याद रखें कि उपवास तपस्या, इच्छाशक्ति बढ़ाने और त्याग के लिए किया जाता है। इससे मन में आध्यात्मिकता का भाव बढ़ता है। हाई कैलोरी वाले भोजन का सेवन अच्छा नहीं होता। इस दौरान खुद को अलग तरह से खाने का चैलेंज दें। सबसे पहले वही खायें, जो आपके पेट के लिए अच्छा हो और जिसमें कैलोरी की मात्रा कम से कम हो। ध्यान रखें, आप प्रकृति के जितने करीब होंगे, उपचार प्रक्रिया उतनी ही बेहतर होगी। कुछ लोग पूजा पाठ से ज्यादा अपने खान-पान पर फोकस करते हैं। ऐसा न करें। अपने खाने पर जितना कम ध्यान देंगे, आध्यात्मिकता के साथ आपका सम्बन्ध उतना ही बेहतर होगा।