Afghanistan news : अफगानिस्तान में जब से तालिबान का समावेश हुआ है, महिलाओं की स्थिति बद से बदतर हो गई है। उन्हें महज एक वस्तु के तौर पर देखा जा रहा है। नौकरी तो क्या, बहुत हद तक उनके घर से निकलने तक पर प्रतिबंध है। और तो और तालिबान ने महिला न्यूज़ एंकर तक को पुरुषों के साथ जो होस्ट करने पर पाबंदी लगा रखी है। यहां तक कि चैनलों में महिला गेस्ट तक को बुलाने की इजाजत नहीं है। इस बीच अफगान सुन्नी मौलाना अहमद फिरोज अहमद का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ है। इस वीडियो में कट्टरपंथी मौलाना यह कहता दिखता है कि पत्नियों को पति की यौन इच्छा पूरी करनी चाहिए। ऐसे में पति जब भी चाहे पत्नियों को शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए, चाहे घर में आग ही क्यों न लगी हो।
… तो ये इसी के लिए जीते हैं और मरते हैं
बहरहाल, मौलाना के इस वक्तव्य से उसके कुछ अपने भी रूठे-रूठे नजर आ रहे हैं और कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर्स ने अपनी नाराजगी कुछ इस तरह जाहिर की है, ये इसी के लिए जीते हैं और मरते हैं। एक कहता है, बदलनी चाहिए ये दकियानूसी सोच। एक कहता है कबतक, ढोएंगे यह रूढीवादिता।
… तो कम कपड़े पहनने से मांस की कीमत में आई उछाल
अफगानिस्तान के लिए इस तरह की बयानबाजी कोई नई बात नहीं है। इससे पहले किर्गिस्तान के एक मौलाना ने भी महिलाओं के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। सदयबकास नाम के इस मौलाना ने तब कहा था कि महिलाओं के कम कपड़े पहने की वजह से मांस की कीमतों में उछाल आ गई है। इसके पीछे उसने तर्क दिया था और कहा था कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ गई हैं, क्योंकि महिलाओं ने अपने शरीर का प्रदर्शन कर खुद को सस्ता बना लिया है।