Do not offer coconut, ketaki flowers, basil leaves, turmeric, kumkum, vermillion on Shivalinga, these are also prohibited because…, dharm, religious, Dharma- Karma, Spirituality, Astrology, jyotish Shastra, dharmik totke, dharm adhyatm, Sanatan Dharm, hindu dharm, God and goddess : सोमवार या अन्य व्रत त्योहार में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए भक्त व्रत रखते हैं। विधि-विधान से पूजा करते हैं। इस दौरान वे कई उपाय भी करते हैं। इस दिन शिवलिंग पर पूजा करते समय लोग कई चीजों को अर्पित करते हैं। लेकिन, कुछ ऐसी भी चीजें होती हैं, जिन्हें शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे भोलेनाथ रुष्ट हो जाते हैं।
हिन्दू धर्म में सभी देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पूजा में उनकी प्रिय सामग्रियां अर्पित की जाती है। इससे मनोवांछित फल मिलता है। भगवान शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। ठीक इसी तरह भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग और धतूरा आदि अतिप्रिय हैं। लेकिन, कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान आपसे नाराज भी हो सकते हैं। भोलेनाथ जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, उतनी ही जल्दी वह क्रोधित भी हो जाते हैं। इतना ही नहीं, क्रोध के कारण वह रौद्र रूप भी धारण कर लेते हैं।
भगवान शिव को पसंद नहीं ये फल
शिवजी की पूजा करते समय शिवलिंग पर बेर, आम, केला, निबौली, बदरी बेर और धतूरे का फल आदि जैसे कई तरह के फल चढ़ाये जाते हैं, लेकिन भूल कर भी महाशिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही नारियल के पानी से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए। इसका कारण यह है कि नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है और इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और माता लक्ष्मी भगवान विष्णु की अर्धांगिनी हैं। वहीं, आमतौर पर जब हम पूजा में भगवान को फल चढ़ाते हैं, तो उसे बाद में प्रसाद स्वरूप ग्रहण करते हैं। लेकिन, शिवलिंग पर जिन पदार्थों से अभिषेक किया जाता है, उसे ग्रहण नहीं किया जाता है। मान्यता है कि यदि नारियल का फल या नारियल के पानी को शिवलिंग पर अर्पित कर दिया जाये, तो यह ग्रहण करने योग्य नहीं रहता। साथ ही, इससे शिवजी भी रुष्ट हो जाते हैं। शिवपुराण के अनुसार, नारियल फल या नारियल के पानी के साथ ही शिवलिंग पर कभी भी केतकी के फूल, तुलसी पत्ता, हल्दी, कुमकुम और सिंदूर आदि भी नहीं चढ़ाना चाहिए।