Dharma adhyatma : भैरव का शाब्दिक अर्थ है भय से रक्षा करनेवाला। हिन्दू धर्म में भैरव का वर्णन विशाल आकार के काले वर्ण वाला, हाथ में दंड धारण किए हुए काले कुत्ते की सवारी करते हुए है। पापियों को दंड देने की प्रवृत्ति की वजह से इन्हें दंडपाणी कहकर भी बुलाया जाता है। शास्त्रों में काले कुत्ते को भैरव की सवारी माना गया है। यह हमें आकस्मिक मृत्यु से भी बचाता है।
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हिंदू धर्म में कुत्ते को तेज बुद्धि वाला प्राणी माना गया है
हिन्दू धर्म में कुत्ते को तेज बुद्धि वाला प्राणी माना गया है। कहा जाता है कि कुत्ते को खाना-खिलाने से काल भैरव खुश होते हैं। कुत्ते को पास रखने से मनुष्य आकस्मिक मृत्यु से बचा रहता है। बुरी आत्माएं कभी भी कुत्ते के पास नहीं फटकती हैं।
काले रंग का कुत्ता काल भैरव की सवारी
काले रंग के कुत्ते को कालभैरव की सवारी माना जाता है। मान्यता है कि काले कुत्ते को रोटी खिलाने से कालभैरव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति आकस्मिक मृत्यु के भय से दूर रहता है।
शनि और केतु का प्रतीक माना जाता है
ज्योतिषशास्त्र में कुत्ते को शनि और केतु का प्रतीक भी माना जाता है। इन दोनों ग्रहों की शांति के लिए काले या काले-सफेद रंग के कुत्ते को खिलाने से लाभ मिलता है।
कालसर्प योग का भी निवारण करता है
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग हो तो उस व्यक्ति को घर में काले कुत्ता पालने की सलाह दी जाती है, ताकि उसकी कुंडली में केतु और शनि की दशा शांत रहें और जातक की उन्नति हो सके।
कुत्ते को खाना खिलाने वालों से शनि प्रसन्न रहते हैं
जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं, उनसे शनि प्रसन्न रहते हैं। पितृ शांति के लिए भी कुत्तों को मीठी रोटी खिलानी चाहिए।
सनातन धर्म में माना गया है कि जो व्यक्ति कुत्ते को प्रत्येक दिन रोटी खिलाता है। उसका हर संकट दूर हो जाता है।
संतान सुख के लिए भी काला कुत्ता पालना फलदाई
संतान सुख में बाधा आने पर जातक को काला कुत्ता पालने से लाभ मिलता है। यह उपाय संतान के स्वास्थ्य के लिए भी शुभ माना जाता है।
मलिक पर आने वाले संकट को अपने ऊपर ले लेता है
माना जाता है कि कुत्ता अपने मालिक पर आने वाले संकट अपने ऊपर ले लेता है। प्रेत बाधा से मुक्ति के साथ सुबह-शाम काले कुत्ते को रोटी देने से कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।