Dharma adhyatma : सनातन धर्म में पीपल के पेड़ को बहुत ही पूजनीय वृक्ष माना जाता है। गीता में भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं को वृक्षों में पीपल कहा है, लेकिन फिर भी कुछ हद तक इसका घर में उगना वास्तु के लिहाज से शुभ नहीं माना जाता है। पीपल के पेड़ की हम अक्सर पूजा करते हैं। शनिवार के दिन इस वृक्ष के नीचे शनि देव को दीपदान भी करते हैं। यह भी मान्यता है कि पूर्वजों को भी इस वृक्ष के नीचे जल देने से उन्हें तृप्ति मिलती। इस वृक्ष की पूजा शास्त्रों में सर्वोपरि बतायी गयी है। लेकिन, घर में पीपल के पेड़ का होना फिर भी शुभ नहीं माना जाता है। आइए, जानते हैं, यदि घर में पीपल का पेड़ उग आये, तो क्या करना चाहिए।
पीपल के पेड़ का उगना देता है इस बात का संकेत
पेड़-पौधे घर में लगाना शुभ होता है, लेकिन उनमें से कुछ पौधे बिल्कुल शुभ नहीं होते हैं। अतः इन्हें घर में नहीं लगाया जाता है। बात करते हैं पीपल की, तो यदि यह पेड़ अचानक से घर में कहीं निकलने लगे, तो वास्तु के अनुसार इसका यह संकेत माना जाता है कि आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न नहीं हैं और किसी न किसी बात को लेकर वह नाराज हैं। यह भी माना जाता है कि जिस घर में पीपल का पेड़ बार-बार निकलता है, उसका कारण पितृ दोष लगना होता है।
यह भी पढ़े : देवी लक्ष्मी का सीधा संबंध है रसोई से, सफलता की राह खोलता है आपका तवा
पीपल का पेड़ घर में निकल आया है तो कैसे हटायें
पीपल का पेड़ घर में नहीं लगाया जाता है। इससे जुड़ी कई सारी मान्यताएं हैं। यह भी माना जाता है कि पीपल का वृक्ष बड़ा हो जाने के बाद उसकी जड़ें घर को काफी नुकसान पहुंचा देती हैं। इसी के साथ जिस पीपल के लगभग एक हजार पत्तियां हो जाती हैं, उस वृक्ष को काटना या हटाना महापाप होता है। क्योंकि, उस वृक्ष में साक्षात विष्णु जी का निवास होता है। यदि आपके घर में पीपल का वृक्ष बहुत छोटा-सा निकल आया है और आप उसे हटाना चाहते हैं, तो शनिवार और गुरुवार का दिन छोड़ कर आप पीपल के वृक्ष की पूजा कर के और क्षमायाचना मांग कर उसे जड़ समेत निकाल कर किसी अन्य स्थान में पुनः मिट्टी के अंदर बो दें। ऐसा करने से न तो आपको पाप लगेगा, बल्कि पितरों सहित अन्य देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी मिलेगा।
पीपल का वृक्ष हटाते समय ध्यान रखें यह बात
हिन्दू धर्म में पीपल का पेड़ सर्वाधिक पूजनीय होता है। अतः घर में उगने के कारण इसे कभी भी काटें नहीं, वरना पाप लगता है। इस वृक्ष के माध्यम से ही पितरों को जल तर्पण किया जाता है। अतः इस वृक्ष का उगते समय घर में तुरन्त ध्यान दें और शनिवार एवं गुरुवार के अलावा किसी अन्य दिन इसे कहीं और स्थापित कर दें। मान्यता है कि पीपल का पेड़ यदि घर में उग आया है, तो इसकी 45 दिनों तक पूजा करने के बाद ही इसे जड़ सहित निकाल कर किसी दूसरी जगह लगाना चाहिए।