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एक्सप्रेस ट्रेन में हुई ढाई किलो सोना लूट मामले में छह आरोपी गिरफ्तार, स्वर्ण व्यापारी का चचेरा भाई ही निकला मास्टरमाइंड

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Bihar crime news : बरौनी-कटिहार रेलखंड पर बीते 25 जून को काढ़ागोला और बखरी रेलवे स्टेशन के बीच हाटे-बाजारे एक्सप्रेस में मधेपुरा के स्वर्ण व्यवसायी पारसमणि से ढाई किलो सोना लूट मामले का रेल पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। आरपीएफ ने इस लूटकांड में शामिल छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 358.900 ग्राम सोने का बिस्किट, सोने का झुमका और अतिरिक्त 456 ग्राम सोना बरामद हुआ है। इसके साथ ही अपराधियों के पास से नेपाली करेंसी, आधार कार्ड और बाइक बरामद की गई है। कटिहार रेल एसपी डा. संजय भारती ने शनिवार को प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी। 

हाटे बाजारे एक्सप्रेस 25 जून को हुई थी लूट

एसआरपी ने बताया कि लूटकांड में कटिहार के कादर टोला के खुशीलाल मंडल, कटिहार खेरिया के विनोद यादव, अररिया जोगबनी के राजू मंडल एवं गुलजारबाग मधेपुरा निवासी पीड़ित व्यवसायी का चचेरा भाई संतोष सोनी और राजस्थान बीकानेर निवासी मनोज सोनी ने इस लूटकांड को अंजाम दिया था। पिछले सप्ताह 25 जून को सियालदह से सहरसा जा रही हाटे बाजारे एक्सप्रेस से व्यवसायी पारसमणि से काढागोला और बखरी रेलवे स्टेशन के बीच अपराधियों ने ढाई किलो सोना लूट लिया था। मामले में डीएसपी के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी, जिसमें नवगछिया जीआरपी थानाध्यक्ष के साथ लोकल थाने की पुलिस को भी लगाया गया था। कटिहार जिला अंतर्गत डमरिया गांव निवासी मोहम्मद बाबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। 

व्यापारी के चचेरे भाई नहीं लूटकांड को दिया अंजाम

एसआरपी ने बताया कि स्वर्ण व्यवसायी पारसमणि मूलत: बीकानेर राजस्थान के रहने वाले हैं, लेकिन बीते 15 वर्षों से वह मधेपुरा में कारोबार करते हैं। उनके चचेरे भाई संतोष सोनी की भी मधेपुरा में स्वर्ण आभूषण की दुकान है। संतोष की दुकान अपेक्षाकृत कम चलती है। इसीलिए जलन में उसने साजिश रचकर लूटकांड को अंजाम दिलवाया। पारस और संतोष कोलकाता में एक ही एजेंट से सोना खरीदते हैं।

पारसमणि के कोलकाता से सोना लाने जाने की सूचना संतोष ने राजस्थान के मनोज सोनी को दी थी। इसके बाद उसने अपराधी राजू मंडल को इस घटना में शामिल किया, जिसका नेपाल के अपराधियों के साथ उठना-बैठना है। घटना को अंजाम देने के लिए राजू मंडल ने कुर्सेला के अपराधियों से सेटिंग की। राजू भी कोलकाता चला गया। वहीं, कोलकाता की धर्मशाला में मनोज सोनी और राजू मंडल ने डेरा डाल लिया। संतोष सोनी 30 हजार में अपराधियों से सेटिंग कर चुका था।

मनोज सोनी ने ट्रेन की बोगी और बर्थ नंबर बता दिया था

वहां से चलने पर मनोज सोनी ने राजू मंडल को ट्रेन की बोगी और बर्थ नंबर बता दिया था। कटिहार पहुंचने पर ट्रेन में राजू मंडल का साथी भी चढ़ गया। काढ़ागोला और बखरी के बीच लूटकांड को अंजाम देने के बाद चार दक्षिण दिशा में भाग गए और चार उत्तर दिशा की ओर निकल गए। वहां मरकिया गांव में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। इसी बीच गांव के एक आदमी ने सभी को बचा लिया। खुशी लाल मंडल ने सभी को मोटरसाइकिल पर डमरिया चौक तक पहुंचाया। वहां से सभी जोगबनी की ओर भाग निकले और बथनाहा में सोने का बंटवारा किया। संतोष सोनी ने सोने का तीसरा हिस्सा देने की बात कही।

राजस्थान फरार होते समय हुई गिरफ्तारी

एसआरपी ने बताया कि मनोज सोनी का परिवार ट्रेन से राजस्थान के बीकानेर जा रहा था। इसी दौरान मानसी में जब जांच की गई तो सोना और 20 लाख रुपये बरामद हुए। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज से भी अपराधियों की पहचान हो गई। मरकिया गांव से अपराधी जब बाइक से जा रहे थे उसी समय राजू मंडल की पहचान सुनिश्चित की गई। उसकी गिरफ्तारी के बाद कांड की परत दर परतें खुलने लगीं। एसआरपी ने बताया कि यह 15 से 20 लोगों का गैंग है। घटना में शामिल कुछ और लोगों की पहचान हो गई है, जिनकी गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।

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