Price hikes are going to kill common people. लगातार बढ़ रही महंगाई आम जनता को मार रही है। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण इमरजेंसी लागू हो गई। लोगों पर महंगाई का कहर टूट रह है। भारत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमत में ₹10 से अधिक प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। घरेलू गैस सिलेंडर का दाम बढ़ चुका है। बाजार में फलों और सब्जियों की कीमत भी लगातार बढ़ रही है। कुदरत ने इस बार मार्च महीने से ही वैसी गर्मी का आलम पैदा कर दिया, जो अप्रैल के अंत में शुरू होती थी। मौसम विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में मार्च महीने में 121 वर्षों में ऐसी गर्मी नहीं पड़ी। पूरे उत्तर भारत के इलाके में लू के साथ गर्मी सता रही है। ऐसी स्थिति में सभी जगह नींबू का उपयोग बढ़ जाता है। गर्मी में नींबू की कीमत सामान्य रूप से कुछ बढ़ती है। इस बार तो यह कीमत ऐसी बढ़ रही है कि जैसे इसका स्वाद ही गर्म हो गया हो।
पटना और रांची में ₹10 का एक नींबू
झारखंड की राजधानी रांची जैसे शहर में एक अच्छे नींबू की कीमत ₹10 हो गई है। बिहार की राजधानी पटना में भी छोटा नींबू ₹8 में और बड़ा ₹10 से कम में नहीं मिल रहा है। अन्य शहरों के लोगों से संपर्क करने पर भी पता चल रहा है कि पिछले 15 दिनों में नींबू की कीमत दोगुनी से ढाई गुनी हो गई है। बिहार और झारखंड के लगभग सभी शहरों में सेब की कीमत प्रति किलो ₹100 से अधिक है। संतरा प्रति किलो ₹80 के ऊपर और केला ₹50 दर्जन के नीचे कहीं नहीं है। पटना में गृहिणी रेणु सिंह और रांची में नीता सिंह ने बताया कि लगातार बढ़ रही कीमतों के कारण घर का बजट गड़बड़ा रहा है और किचन चलाना मुश्किल हो रहा है।
गुजरात के राजकोट में नींबू ₹200 किलो
न्यूज़ एजेंसी ANI की खबरों के मुताबिक, गुजरात के राजकोट शहर में नींबू की कीमत ₹200 किलो पहुंच गई है। इसके पहले नींबू 50-60 किलो के रेट पर खरीदा जा रहा था। एक ग्राहक ने बताया कि ‘नींबू की कीमत 200 रुपये किलो पर पहुंच गई है। कुछ दिन पहले इसकी कीमत 50-60 के करीब थी। हमें सबकुछ बजट में रहकर ही चलाना है, लेकिन कीमत बढ़ने से हमारा ‘किचन बजट’ गड़बड़ा रहा है। नहीं पता दाम कब घटेंगे।’
गर्मी में क्यों बढ़ जाती है नींबू की जरूरत
तपती गर्मी से राहत के लिए नींबू का इस्तेमाल कई तरीकों से होता है। विटामिन सी का बड़ा स्रोत नींबू गर्मियों में हमें हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ हमारी पाचन क्रिया को भी सुचारू बनाए रखता है। बाजार के लोगों द्वारा बताया जा रहा है कि जिस तरह से नींबू की मांग बढ़ी है, सप्लाई उतनी नहीं बढ़ पाई है।