अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप का खिताब जीतनेवाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे उन्मुक्त चंद के बाद एक और उभरता भारतीय क्रिकेटर अब अमेरिका का हो चुका है। अब यह क्रिकेटर भारत की ओर से नहीं, बल्कि अमेरिकी क्रिकेट टीम की ओर से खेलता नजर आएगा। आपको बता दें कि उन्मुक्त चंद अब भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं है। वह अमेरिका की ओर से क्रिकेट खेलते हैं। मालूम हो कि भारतीय क्रिकेटरों की अमेरिका में बहुत ज्यादा मांग है। अमेरिका की ओर से खेलने पर भारतीय क्रिकेटरों को मुंह मांगी रकम दी जा रही है। साथ ही अलग से कई सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है। इसी कारण भारतीय क्रिकेटरों का रूप अमेरिका की ओर हो रहा है।
अब हरमीत सिंह भी बने अमेरिकी टीम का हिस्सा
भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल होना किसी भी क्रिकेटर के लिए टेढ़ी खीर है। भारत में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा है। अमेरिका की ओर रुख करने का यह भी एक बड़ा कारण है। अब इस कड़ी में उन्मुक्त चंद के बाद अब भारत का प्रतिभाशाली क्रिकेटर हरमीत सिंह भी शामिल हो गया है। यह खिलाड़ी भी अमेरिकी क्रिकेट टीम की ओर से खेलता तो नजर आएगा।
अच्छे पैसे के साथ कई सुविधाएं नहीं मिल रहीं
मुंबई की ओर से खेलने वाले हरमीत सिंह ने कहा कि
“मैं जुलाई में ही रिटायर हो गया था। इसके पीछे का कारण था कि मैं बढ़िया खेलने के बाद भी मुंबई टीम से बाहर हो चुका था। मुंबई मेरी घरेलू टीम थी। इस बीच मुझे अमेरिका से क्रिकेट खेलने के लिए ऑफर मिला तो मैंने उसे सहर्ष स्वीकार कर लिया। अमेरिका की ओर से क्रिकेट खेलने के लिए मुझे काफी अच्छे पैसे मिल रहे हैं। पैसों के अलावा कई सारी सुविधाएं भी मुझे मिलने लगी है। इन्हीं सब कारणों से मैं अमेरिकी टीम से जुड़ने जा रहा हूं।
2023 मुझे पात्रता हासिल हो जाएगी
अमेरिका में क्रिकेट का स्तर बहुत तेजी से अच्छा होता जा रहा है। आप अगर लगातार 30 महीनों तक अमेरिका में रहते हैं तो आप यहां की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में के खेलने के योग्य हो जायेंगे। मैंने इसमें 12 महीने पूरे कर लिए हैं और 18 महीने बचे हैं। 2023 की शुरुआत तक मैं यूनाइटेड स्टेट्स के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के योग्य होना चाहता हूँ। तब तक मैं 30 साल का हो जाऊंगा। एक स्पिनर खिलाड़ी के लिए यह प्राइम-एज है”।
घरेलू टीम से न खेल पाने का है दर्द छलका
हरमीत सिंह ने अपनी बातचीत में घरेलू टीम में एक भी पूरा सीजन ना मिलने पर खेद जताया है। उन्होंने ANI से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी घरेलू टीम मुंबई के लिए 2009 में पदार्पण किया था। लेकिन एक खिलाड़ी को खुद को साबित करने के लिए एक भी पूरा सीजन खेलने को नहीं मिला। 2017 तक इस खिलाड़ी को मुंबई की ओर से खेलने का मौका मिला। करीब एक दशक में इस खिलाड़ी को घरेलू टीम में मात्र 9 मैच खेलने को मिले।
31 फर्स्ट क्लास मैच में 87 विकेट लिए हैं
हरमीत सिंह की इस बातचीत में उनके सपने टूटने का दर्द साफ नजर आ रहा था। मुंबई के इस खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें असफल होने का अवसर भी नहीं मिला। उन्हें कभी खुद को साबित करने का मौका नहीं दिया गया। मुंबई की तरफ से खेलने वाले स्पिन गेंदबाज हरमीत सिंह ने 31 फर्स्ट क्लास मैच में 87 विकेट लिए हैं। साथ ही बल्लेबाजी करते हुए 733 रन भी बनाए हैं। जिसमें एक शतक भी शामिल है। वहीं लिस्ट ए के 19 मैच में 21 विकेट लिए हैं। हरमीत आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं। जहां उन्हें मात्र एक मैच खेलने को मिला।