Ranchi news: पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने का मसला अभी सुलझा नहीं। मानदेय वृद्धि को लेकर शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम और विभागीय अधिकारियों की झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की इसी मसले पर बुधवार को हुई एक और बैठक बेनतीजा साबित हुई। बैठक में शिक्षा मंत्री पारा शिक्षकों को प्रतिमाह 2000 रुपये मानदेय बढ़ाने पर अड़े दिखे तो पारा शिक्षकों का संघ पारा शिक्षक वेतनमान के समलुल्य मानेदय लगभग छह हजार रुपये बढ़ाने की मांग पर डटे दिखे। अंततः बैठक बिना किसी नतीजे के पूर्व की तरह एक बार फिर संपन्न हो गई।
पारा शिक्षकों का सेवाकाल 62 वर्ष करने पर ली जाएगी मुख्यमंत्री की सहमति
शिक्षा मंत्री की पारा शिक्षकों के संघ के साथ हुई बैठक के बेनतीजा रहने पर तय हुआ कि इस मसले पर रक्षाबंधन के बाद फिर बैठक होगी और मानदेय बढ़ोतरी पर फिर मंथन होगा। पारा शिक्षकों का सेवाकाल 62 वर्ष करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री की सहमति के बाद विचार किए जाने की बात बैठक कही गई। आकलन परीक्षा से प्रभावित 5000 सहायक अध्यापक के त्रुटिपूर्ण उत्तर के अंक का निष्पादन करने के लिए शिक्षा मंत्री ने जैक अध्यक्ष से बात करने की बात कही। इसके अलावा अनुकंपा में संशोधन करते हुए अनुबंध स्तरीय पदों पर पारा शिक्षकों के स्वजन को लाभ देने पर सहमति जताई गई।
शहरी क्षेत्र के पारा शिक्षकों के मानदेय में चार प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के आसार
बुधवार को सम्पन्न बैठक में शहरी क्षेत्र के पारा शिक्षकों के मानदेय में चार प्रतिशत वार्षिक वृद्धि का प्रस्ताव अगली कैबिनेट से पारित किए जाने का आश्वासन भी मंत्री स्तर से पारा शिक्षकों के संघ को मिला। यह भी आश्वासन मिला कि प्रतिवर्ष सेवा संपुष्टि की बाध्यता से पारा शिक्षकों को मुक्ति मिलेगी तथा जेटेट परीक्षा में सभी विषयों में उत्तीर्ण होने की बाध्यता समाप्त की जाएगी। इसके अलावा कल्याण कोष में सेवानिवृत्त राशि, दुर्घटना बीमा, मेडिकल की सुविधा बहाल करने पर भी विचार होगा। यह भी सहमति बनी कि सेवा शर्त नियमावली 2021 में संशोधन कर सीटेट को जेटेट के समतुल्य लाभ दिया जाएगा।