Breaking news, National top news, national news, national update, national news, New Delhi news : राज्यसभा उपचुनाव में NDA के खाते में 12 में से 11 सीटें जीतने का चांस दिख रहा है। इस परिणाम के बाद एनडीए उच्च सदन में बहुमत के करीब पहुंच सकता है। हालांकि, अभी भी जम्मू-कश्मीर और मनोनीत सदस्यों की श्रेणी की आठ सीटें खाली हैं। चुनाव के 12 सीटों में से कांग्रेस केवल तेलंगाना में एक राज्यसभा सीट मिलता दिख रहा है, इस सीट से पार्टी ने अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को उतारा है। भाजपा नौ सीटें जीत रही है, जबकि एनडीए के घटक दलों को दो सीट मिल रही है। गुरुवार को नामांकन पत्रों की जांच पूरी हो गई। जिसके आधार पर NDA उम्मीदवारों की जीत पक्की मानी जा रही है। अब जहाँ NDA बहुमत के करीब पहुंच जाएगी, वही गैर इंडिया विपक्षी द का साथ लेकर सदन में भारी रहेगी।
दो केंद्रीय मंत्रियों जॉर्ज कुरियन और रणवीत बिट्टू का मध्य प्रदेश और राजस्थान से जीतना तय
भाजपा ने अपने दो केंद्रीय मंत्रियों जॉर्ज कुरियन और रणवीत बिट्टू को मध्य प्रदेश और राजस्थान से चुनाव टिकट दिया, जबकि कांग्रेस छोड़कर आई किरण चौधरी को हरियाणा से टिकट दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली को असम से उम्मीदवार हैं । हालांकि कांग्रेस ने बीआरएस की कीमत पर तेलंगाना में जीत हासिल की, लेकिन उसने राजस्थान और हरियाणा में अपनी मौजूदा सीटें खो दीं, यहां भाजपा के पास अपने उम्मीदवार को निर्वाचित कराने के लिए पर्याप्त संख्या है। भाजपा ने बिहार और महाराष्ट्र में अपने सहयोगियों को एक-एक सीट दिया था।
राज्यसभा के दस सांसदों के लोकसभा के लिए चुने जाने और दो – बीआरएस के केशव राव और बीजेडी की ममता मोहंता – के कांग्रेस और भाजपा में शामिल होने से पहले इस्तीफा देने के बाद दर्जन भर सीटों के लिए चुनाव जरूरी हो गए थे। 12 में से, भाजपा के पास सात सीटें थीं, जबकि कांग्रेस के पास दो- हरियाणा और राजस्थान- और राजद, बीआरएस और बीजेडी के पास एक-एक सीट थी।
NDA की संख्या बढ़कर 121 हो जाएगी
अभी के परिणाम के बाद NDA की संख्या बढ़कर 121 हो जाएगी। वर्तमान में एनडीए सांसदों की संख्या 110 है, जिसमें छह मनोनीत सदस्य और हरियाणा से एक निर्दलीय शामिल हैं। जब सरकार के द्वारा मनोनीत श्रेणी में चार रिक्तियों को भरी जाएगी, तब एनडीए की यह संख्या बढ़कर 125 हो जायगा। जो सदन की पूर्ण शक्ति 245 होने पर आवश्यक संख्या से दो अधिक है। आठ मनोनीत सांसदों में से दो भाजपा में शामिल हो गए हैं, जबकि अन्य सरकार का समर्थन करते हैं।
जम्मू-कश्मीर की चार सीट विधानसभा चुनाव के बाद भरे जाएंगे
जम्मू-कश्मीर की चार सीटें, जो फरवरी 2021 से खाली हैं, के लिए चुनाव अक्टूबर में विधानसभा के गठन के बाद कराए जाएंगे। उपचुनावों के परिणाम के बाद भाजपा के पास 96 सांसद होंगे, जबकि विपक्षी कांग्रेस के पास 27, तृणमूल कांग्रेस 13 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके बाद आप और डीएमके (10-10) और आरजेडी (5) हैं। विपक्षी दल इंडिया के पास 88 सांसद हैं और सरकार से मुकाबला करने के लिए वह बीजेडी के आठ सांसदों पर भी भरोसा कर सकती है।
विपक्ष में रहकर भी सरकार के मददगार है वाईएसआर कांग्रेस, एआईएडीएमके और बीआरएस
वाईएसआर कांग्रेस (11), एआईएडीएमके (4) और बीआरएस (4) हैं जो NDA या इंडिया गठबंधन से अलग है लेकिन जरूरत पड़ने पर सरकार का साथ देते हैं। बीएसपी के पास भी एक सदस्य है, जो हाल ही में विपक्ष के साथ देखा गया है। सत्तारूढ़ भाजपा को राज्यसभा में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, खासकर एआईएडीएमके के गठबंधन छोड़ने और बीजेडी के कारण, जो संसद के अंदर रणनीतिक समर्थन प्रदान कर रही थी, ओडिशा में चुनावी हार के बाद खुद को विपक्ष की जगह पर रख रही थी।