Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

राजेन्द्र नगर कोचिंग हादसा : कोचिंग सेंटर और बिल्डिंग मैनेजमेंट पर मामला दर्ज, मालिक, समन्वयक गिरफ्तार

राजेन्द्र नगर कोचिंग हादसा : कोचिंग सेंटर और बिल्डिंग मैनेजमेंट पर मामला दर्ज, मालिक, समन्वयक गिरफ्तार

Share this:

New Delhi news : दिल्ली के राजेन्द्र नगर इलाके में कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोचिंग सेंटर, बिल्डिंग के मैनेजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करनेवाले और अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपाल सिंह को हिरासत में ले लिया है। हादसे में मृत एक छात्र और दो छात्राओं की पहचान हो गयी है। इनकी पहचान श्रेया यादव (अम्बेदकर नगर, यू.पी.), तान्या सोनी (तेलंगाना) और नवीन डालविन (केरल, एनार्कुलम) के रूप में की गयी है।

इस मामले में पुलिस उपायुक्त एम. हर्षवर्धन ने बताया कि कोचिंग सेंटर हादसे मामले में राजेन्द्र नगर थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 106(1), 152, 290 और 35 के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है। यह एफआईआर कोचिंग सेंटर, बिल्डिंग के मैनेजमेंट और ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करनेवाले और ऐसे लोग, जो इन्वेस्टिगेशन में आयेंगे, उन सभी के खिलाफ की गयी है। दिल्ली पुलिस ने फिलहाल दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें बिल्डिंग के आॅनर और को-आॅर्डिनेटर शामिल हैं। जांच में दोषी पाये जानेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

उल्लेखनीय है कि शनिवार शाम को राउज आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में करीब 12 फीट तक पानी भर गया था। बारिश और ड्रेन के पानी के भर जाने की वजह से कोचिंग सेंटर की लाइब्रेरी में तीन छात्र फंस गये थे, जिनके शवों को देर रात तक चले संयुक्त बचाव अभियान के बाद निकाला गया।

दिल्ली की मेयर शैली ओबरॉय ने हादसे को बेहद दर्दनाक बताते हुए विस्तृत जांच और कठोर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने नगर निगम के अंतर्गत आनेवाले सभी कोचिंग सेंटर, जहां अवैध तरीके से बेसमेंट में वाणिज्यिक गतिविधियां चल रही हैं, पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा इस हादसे में किसी भी एमसीडी अधिकारी की किसी भी प्रकार की संलिप्तता की जांच की जायेगी और उस पर कठोर कार्रवाई होगी।

इससे पहले पूर्व दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष एवं सांसद स्वाति मालीवाल ने हादसे में हुई मौतों के लिए दिल्ली सरकार और एमसीडी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मामले में मंत्री और मेयर को अपने आलीशान घर और एसी कमरों से निकल करके इन बच्चों से आकर माफी मांगनी चाहिए। पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ की सहयोग राशि देनी चाहिए। उन्होंने सुबह राजेन्द्र नगर में यूपीएससी छात्रों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि छात्रों के मन में बहुत गुस्सा है कि अभी तक दिल्ली सरकार के मंत्री और मेयर उनसे मिलने नहीं आये। इनका गुस्सा बिलकुल जायज है क्योंकि ये आपदा नहीं, हत्या है।

भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज का कहना है कि बच्चे यहां अपना भविष्य बनाने आये थे, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और विधायक दुर्गेश पाठक की सरकार ने स्थानीय लोगों की कोई गुहार नहीं सुनी। लोग पिछले एक सप्ताह से दुर्गेश पाठक से नालों की सफाई कराने की मांग कर रहे थे। सड़क पर अभी भी 2.5 फीट जलभराव है। इन मौतों के लिए अरविंद केजरीवाल और दुर्गेश पाठक जिम्मेदार हैं।मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय का कहना है कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने त्वरित गति से जांच के आदेश दिये हैं। इसकी वजह जानने के लिए जांच चल रही है। एमसीडी को भी निर्देश दिये गये हैं कि इमारत के बेसमेंट में चल रहे अवैध कोचिंग संस्थानों के खिलाफ तुरन्त कार्रवाई करे।

छात्रों ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

इस बीच राजेन्द्र नगर के छात्रों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिख कर कोचिंग इंस्टीट्यूट और एमसीडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। इसमें लिखा है कि पिछले दो दिनों में ओल्ड राजेन्द्र नगर और पटेल नगर में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। कोचिंग संस्थान और एमसीडी अधिकारियों की आपराधिक लापरवाही के कारण कुछ छात्रों की मृत्यु हुई है। छात्रों की मांग है कि घटना से सम्बन्धित सभी दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।

कोचिंग सेंटर में हुए हादसे पर उपराज्यपाल सख्त, कहा जिम्मेदारी तय होगी, सजा दी जायेगी

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने राजेन्द्र नगर के एक कोचिंग संस्थान में हुए हादसे पर दुख जताते हुए भरोसा दिलाया है कि जिनके कारण तीन कीमती जानें गयी हैं, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी और दोषियों को सजा दी जायेगी। वहीं, पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

उपराज्यपाल सक्सेना ने ‘एक्स’ पर कहा कि प्रशासन की उदासीनता और कोचिंग संस्थान चलानेवालों के आपराधिक कदाचार के कारण खोए हुए अनमोल युवा जीवन को कोई भी वापस नहीं ला सकता है। लेकिन, जिन लोगों के कारण जान गयी है, उनकी जिम्मेदारी तय की जायेगी और दोषियों को सजा दी जायेगी। उन्होंने हादसे को दुखद और अक्षम्य बताते हुए कहा कि ऐसे मुद्दों को अब और अधिक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त से मंगलवार तक दुखद घटना के हर पहलू को कवर करते हुए एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

उपराज्यपाल ने कल हुई तीन मौतों के अलावा पिछले दिनों में एक छात्र की करंट लगने से पटेल नगर में हुई मौत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत की राजधानी में ऐसा होना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है।

 हादसे पर राहुल गांधी ने जताया दु:ख

कोचिंग सेंटर हादसे पर राहुल गांधी ने जताया दु:ख और कहा 

यह घटना इन्फ्रास्टक्चर का कोलैप्स, सिस्टम की असफलता 

दिल्ली के राजेन्द्र नगर कोचिंग सेंटर में हुए हादसे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह इन्फ्रास्ट्रक्चर का कोलैप्स, सिस्टम की संयुक्त असफलता है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है। 

राहुल गांधी ने रविवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा…’दिल्ली की एक बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से  प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश में बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गयी थी। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इन्फ्रास्ट्रक्चर का ये कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है। असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैर जवाबदेही की कीमत आम नागरिक अपना जीवन गंवा कर चुका रहा है। सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है।’

Share this: