New Delhi news : जानी-मानी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बांग्लादेश के हालात को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर कैसा है। याद कीजिए, पहले एक पोस्ट में शेख हसीना पर ‘इस्लामवादियों को बढ़ाने’ और भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को पनपने देने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने देश मे लोकतंत्र की वकालत की। बता दें कि नसरीन ने 1994 में बांग्लादेश छोड़ दिया था जब कट्टरपंथी संगठनों ने उन्हें उनकी किताब “लज्जा” पर जान से मारने की धमकी दी थी। 1993 की किताब को बांग्लादेश में प्रतिबंधित कर दिया गया था लेकिन यह अन्य जगहों पर बेस्टसेलर बन गई। उस समय हसीना की कट्टर प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया प्रधानमंत्री थीं।
देश से भागने को बताया विडंबना
उन्होंने शेख हसीना के देश से भागने के फैसले को विडंबना बताया। नसरीन ने कहा कि हसीना ने इस्लामवादियों को खुश करने के लिए उन्हें बांग्लादेश से बाहर निकाल दिया था और उन्हीं इस्लामवादियों ने अब हसीना को खुद देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। अब बांग्लादेश को पाकिस्तान की तरह नहीं बनना चाहिए। सेना को ऐसा नहीं करना चाहिए। राजनीतिक दलों को लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता वापस लानी चाहिए।