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इडली अवश्य खायें, बनाने में बेहद आसान, हैं इसके अनेक फायदे 

इडली अवश्य खायें, बनाने में बेहद आसान, हैं इसके अनेक फायदे 

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क्या आप जानते हैं कि पहली बार कैसे बनी इडली ?

Health tips, Idli khane ke fayde : भारत के अलग-अलग हिस्से में सुबह का नाश्ता अलग-अलग होता है। कहीं पोहा, तो आलू पराठा, तो कहीं चना के छोले के साथ भुजा हुआ चूड़ा लोगों की पसंद है। दूसरी ओर, दक्षिण भारत में नाश्ते में इडली, डोसा, मेदु वड़ा, अप्पम, अप्पे, उपमा पसंद करते हैं। इनमें ज्यादातर लोगों की पहली पसंद इडली या डोसा होता है। 30 मार्च को दुनिया भर में विश्व इडली दिवस मनाया जाता है। दक्षिण भारत के इस पसंदीदा डिश और इसके बनाने वालों को सम्मान देने के लिए यह दिवस खास है। आइए, जानते हैं इस खास दिन से जुड़ी खास बातें…

इडली बनाने की कब हुई शुरुआत

2015 से 30 मार्च को विश्व इडली दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत एम. एनियावन द्वारा की गयी थी। एनियावन, मुख्य रूप से चेन्नई का एक इडली कैटरर बताये जाते हैं। एनियावन को इडली किंग के रूप में जाना जाता है। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इडली दिवस आयोजन का श्रेय तमिलनाडु कैटरिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राजमणि अय्यर को जाता है, जिन्होंने इस लोकप्रिय स्वादिष्ट व्यंजन के लिए एक डेडिकेटेड दिवस की परिकल्पना के बारे में सोचा।

17वीं सदी में उड़द दाल के साथ पहली बार चावल का किया गया प्रयोग

जानकार बताते हैं कि 17वीं सदी के बाद पाया कि यदि उड़द दाल में चावल मिला दिया जाये, तो इसका फरमेंटेशन तेजी से होता है और इसके पकने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। ऐसे में धीरे-धीरे इस आहार में चावल का प्रयोग किया जाने लगा। इस तरह हमारी आज की इडली अस्तित्‍व में आ गयी।

इडली खाने के ये हैं फायदे

✓सबसे पहले तो यह जानें कि इसे बनाना बेहद आसान है। अगर आपको अचानक इडली खाने का मन कर जाये, तो आप सूजी को कुछ समय के लिए भिगोने के बाद झटपट इसे तैयार कर सकते हैं।

✓फर्मेंटेड फूड होने की वजह से यह पेट के लिए काफी अच्छा होता है। इसे बनाने में तेल-मसाले की ज़रूरत नहीं पड़ती, इसलिए इसे पचाना भी आसान होता है।

✓इडली फाइबर रिच फूड है। इसकी वजह से इसे खाने के बाद हमारा पेट देर तक भरा रहता है, इसलिए हमें जल्दी भूख नहीं लगती है।

✓इसमें किसी तरह का ट्रांसफैट या सैचुरेटेड फैट नहीं होता है। ऐसे में इसे खाने को लेकर आपको ज़्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ती।

✓अगर आप डाइटिंग कर रहे हैं, तो भी इसे खा सकते हैं। दरअसल, इडली का प्रोपोरशन तय करना बेहद आसान होता है। आपको दो इडली खानी है या तीन, आप इसका कैलकुलेशन आसानी से रख सकते हैं।

✓आप अपनी डाइट और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए अपने हिसाब से रवा, ओट्स, रागी या मल्टीग्रेन इडली भी बना सकते हैं। इडली वेट लॉस फ्रेंडली डाइट है। यदि आप वज़न कम करना चाहते हैं, तो भी अपने न्यूट्रिशनिस्ट या फिटनेस एक्सपर्ट से इसे डाइट में शामिल करने को लेकर सलाह ले सकते हैं।

✓यह खाने में टेस्टी और सॉफ्ट होता है। इसे आप आसानी से अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। सुबह की बची इडली को शाम की चाय के साथ फ्राई करके भी खाया जा सकता है।

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