ODISHA NEWS : ओडिशा अंतर्गत कटक जिले की मुंडली पंचायत के थोरियापटना शाही से चौंकाने वाली खबर है। यहां रहने वाला एक बुजुर्ग व्यापारी पिछले 11 दिनों से लापता है। परिजन उसकी खोज में इधर-उधर भटक रहे थे। लेकिन घर के पास ही विशाल अजगर देखे जाने के बाद से बुजुर्ग के परिवार वालों ने उन्हें खोजना बंद कर दिया है। घर वालों का मानना है कि हो सकता है कि उन्हें अजगर निगल गया हो। बता दें कि लापता व्यापारी नंदकिशोर बेहरा की उम्र 77 वर्ष है।
जंगल में यहां बुजुर्ग के कपड़े मिले हैं, उससे थोड़ी ही दूर पर सो रहा था विशाल अजगर
नंदकिशोर के परिवारवालों का कहना है कि 28 अगस्त को नंदकिशोर अपने व्यापार के सिलसिले में घर से निकले थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटे। गांव के पास के जंगल में एक स्थान पर नंदकिशोर के कपड़े, चप्पल और अन्य सामान मिले हैं। पास में एक विशालकाय अजगर भी सो रहा है। अजगर का पेट फूला हुआ था, जो अब धीरे-धीरे कम हो रहा है। ऐसे में बुजुर्ग के परिवार वालों ने आशंका जताई है कि बुजुर्ग को अजगर ने निगल गया हो।
परिवार वालों ने की अजगर का स्कैन कराने की मांग
परिवार के लोग अब अजगर का स्कैन कर जांच करने की मांग प्रशासन से कर रहे हैं, ताकि सच्चाई सामने आए। उधर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अजगर जिस जगह पर सोया हुआ है, वह संरक्षित क्षेत्र है। इस क्षेत्र में आम व्यक्ति का प्रवेश गैरकानूनी है। ऐसे में हम अजगर का स्कैन नहीं कर सकते हैं।
विधायक ने मामले की जांच की मांग की
वन विभाग द्वारा अजगर का स्कैन से इनकार किए जाने पर व्यवसायी के परिवार ने सवाल उठाया है। उनका कहना है कि यदि अजगर वहां से कहीं और जगह चला जाएगा तो फिर कैसे पता चलेगा कि नंदकिशोर को अजगर ने निगला है या नहीं। इस घटना के सामने आने के बाद बीजद के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व विधायक प्रभात रंजन त्रिपाठी ने मामले की जांच क्राइमब्रांच से कराने की मांग की है। त्रिपाठी की इस मांग के बाद स्थानीय पुलिस और वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।
विशेषज्ञ ने कहा- भारत में पाए जाने वाले अजगरों में मनुष्य को निकलने की क्षमता नहीं
पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों का साफ तौर पर कहना है कि अजगर ने नंदकिशोर को नहीं निगला है। अजगर की लंबाई करीब 10 फीट है। उक्त अजगर पांच फीट के आदमी को निगल नहीं सकता है। उसका पेट किसी जानवर को निगलने से फूला हुआ लग रहा है। इस मामले में सर्प विशेषज्ञ पूर्ण चंद्र दास ने कहा की भारत में पाए जाने वाले अजगर में आदमी को निगलने की क्षमता नहीं होती है।