Kolkata News : क्या आपने कभी परिकल्पना कि है की अपार जल राशि वाली गंगा नदी के नीचे ट्रेनें दौड़ेंगी, हुगली नदी के नीचे सुरंग होगा। और तो और धरती से 30 मीटर गहराई में मेट्रो स्टेशन होगा। नहीं न, परंतु यह सच है। देश के सबसे गहरे इस मेट्रो स्टेशन की सिर्फ परिकल्पना ही नहीं की गई है, बल्कि यह सोच जल्द ही मूर्त रूप लेने वाली है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जून 2024 तक आप इस मेट्रो की यात्रा कर रहे होंगे। कोलकाता स्थित सियालदह से हावड़ा मैदान के बीच इसका परिचालन होगा। इसके लिए जल्द ही ट्रायल रन शुरू हो सकता है। इससे पूर्व इसी वर्ष सितंबर से दिसंबर के बीच हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड के बीच यह सेवा शुरू हो जाएगी। आइए इस परियोजना पर कुछ और गौर फरमाएं।
हावड़ा मैदान से सियालदह सेक्शन तक का हुआ निरीक्षण
हाल ही में रेलवे बोर्ड के सदस्यों ने ईस्ट वेस्ट मेट्रो के हावड़ा मैदान से सियालदह सेक्शन तक का निरीक्षण किया। इस दौरान लिफ्ट, एस्केलेटर, टिकट काउंटर, टनल वेंटिलेशन सिस्टम, स्टेशन कूलिंग व्यवस्था आदि पर विशेष फोकस किया गया। निरीक्षण की इस प्रक्रिया में हावड़ा मैदान से हुगली नदी के नीचे एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन तक ट्रॉली निरीक्षण, एस्प्लेनेड के रास्ते हुगली नदी के नीचे सुरंग और एक क्रॉस पैसेज का निरीक्षण भी शामिल था। सदस्यों ने इस बीच एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन पर ईस्ट-वेस्ट मेट्रो द्वारा सियालदह से हावड़ा मैदान तक वाणिज्यिक सेवाएं शुरू करने के बाद उपलब्ध कराई जाने वाली यात्री इंटर-चेंजिंग व्यवस्था की भी जांच की।
बहुबाजार में मैनुअली किया जा रहा है काम
रेलवे बोर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के सदस्य रूप.एन.सुनकर के अनुसार बहुबाजार में मशीनों के माध्यम से नहीं, बल्कि मैनुअली काम किया जा रहा है। इसके बाद ट्रायल रन पार्टवाइज किए जाएंगे। हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड की शुरूआत में पांच से छह महीने लगेंगे। माना जा रहा है कि दिसंबर, 2023 तक यह कार्य पूरा हो जाएगा।