Kolkata News : बंगाल के दमदम सेंट्रल जेल स्थित जेस्सोर रोड जंक्शन पर बुधवार की सुबह जब जमीन की खुदाई का पूरा हुआ और उसमें से जो निकला लोगों की आंखे फटी की फटी रह गई। 15 दिनों से चल रही इस खुदाई के आखिरी दिन जमींन के अंदर से 1977 में निर्मित
ब्रिटिशकालीन तोप निकला, जिसकी लंबाई 10 फुट आठ इंच है। ईस्ट इंडिया कंपनी की इस तोप को दमदम नगरपालिका, बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय और बिजली कंपनी की सहायता से निकाला गया।
वजन 6000 किलोग्राम, 18 किलोग्राम के गोले दागने में सक्षम
तोप खाना विशेषज्ञ अमिताभ कानून के मुताबिक अंग्रेजों द्वारा निर्मित इस तोप का डिजाइन 1763 में तैयार किया गया था। माना जा सकता है कि तोप का निर्माण 1770 में हुआ था। इसका वजन 6000 किलोग्राम है और तोप 12 सौ से 15 सौ गज की दूरी पर 18 किलोग्राम के गोले दागने में सक्षम है। दमदम ऐतिहासिक क्लाइव हाउस खुदाई स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर है। अनुमान है कि युद्ध में तोप का इस्तेमाल किया गया था। बाद में इसे जैसोर रोड पर दमदम सेंट्रल जेल के प्रवेश द्वार पर रखा गया था।
कचरा फेंकने में होता था इस्तेमाल
बताया गया कि तोप का लगभग एक फ़ीट हिस्सा जमीन से ऊपर निकला था, जिसका इस्तेमाल लोग कचरा फेंकने में किया करते थे। जमीन के नीचे तोप के चारों ओर केबल का संजाल फैले होने से इसे निकालने में काफी परेशानी हो रही थी। इसलिए खुदाई का यह कार्य काफी सावधानी से किया गया। चूंकि, जहां से यह तोप निकाला गया, वहां की जमीन अदालत की है। ऐसे में तोप को कलकत्ता उच्च न्यायालय के संग्रहालय भेजे जाने की बात कही जा रही है।