West Bengal news : कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में गणिकाएं भी मुखर हैं। अलबत्ता उनके विरोध का तरीका अलग है। मंगलवार को गणिकाओं ने आसनसोल के यौनपल्ली में पिछले दिनों विशाल रैली निकालकर कोलकाता की घटना का विरोध किया। उनका कहना है कि जिस राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं, वहां कैसे किसी की सुरक्षा की कल्पना की जा सकती है? रैली में गणिकाओं ने नारा लगाया “जरूरत पड़े तो मेरे पास आओ, लेकिन किसी महिला को न सताओ।
एक निर्णय यह भी, मां दुर्गा की मूर्ति बनाने के लिए नहीं देंगी आंगन की मिट्टी
कोलकाता में सोनागाछी के बाद आसनसोल से सटे यौनपल्ली लच्छीपुर में भी यौनकर्मी महिलाओं ने यह निर्णय लिया है कि घटना के विरोध में वह दुर्गापूजा में प्रतिमाओं के लिए अपने आंगन की मिट्टी नहीं उठाने देंगी। कोलकाता दुरबार समिति के एलान के संदर्भ में यह निर्णय किया गया है। बता दें कि मां दुर्गा की प्रतिमा निर्माण में गणिकाओं के आंगन की मिट्टी के इस्तेमाल का सदियों वर्ष पुरानी परंपरा रही है।
मूर्तिकारों की परेशानी बढी
बहरहाल, गणिकाओं के इस निर्णय ने मूर्तिकारों की परेशानी बढ़ा दी है कि आखिर स्थापित परंपराओं का निर्वहन कैसे हो। अब जबकि दुर्गोत्सव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है, मूर्तिकार ऊहापोह में हैं।।ऐसे में जिन मूर्तिकारों ने पिछले साल की मिट्टी बचाकर रखी थी, वह उस मिट्टी से काम चला रहे हैं, लेकिन बाकी जगहों पर प्रतिमा का निर्माण प्रभावित हो रहा है।