Kolkata West Bengal latest Hindi news: एक बार फिर बाबूघाट बस स्टैंड (Babu Ghat bus stand Kolkata) से बसों को हटाने की करवाई पश्चिम बंगाल सरकार (west bengal government) के परिवहन विभाग ने प्रारंभ कर दी है। इस बाबत शुक्रवार को परिवहन विभाग ( transport department) मैं अधिसूचना जारी कर स्पष्ट शब्दों में कहा है कि बस स्टैंड (bus stand) को तत्काल हटाना होगा। इधर, बस संगठनों ने विभाग के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए आपत्ति जताई है। विभाग की अधिसूचना (notification) पर सवाल उठाते हुए बस संगठनों ने कहा है कि केवल कुछ रूटों की बसों को ही बाबू घाट से हटाने की बात थी, लेकिन अब सभी बसों को इस स्टैंड से हटाने की बात की जा रही है। या बस स्टैंड पूरी तरह से संतरागाछी (santragachi) में शिफ्ट (shift) किया जा रहा है। परिवहन विभाग के इस निर्णय से बस मालिकों को दिक्कत होगी। विभाग अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।
हर दिन लगभग 950 बसों का होता है परिचालन
बता दें कि बाबूघाट कोलकाता बस स्टैंड से हर दिन 600 लोकल बसें खुलती हैं। इस स्टैंड से 350 से ज्यादा बसें झारखंड, बिहार, ओडिशा और अन्य दूसरे राज्यों के लिए हर दिन खुलती हैं। ऐसे में बस संगठनों की ओर से सवाल किया गया कि केवल कुछ रूटों के बारे में ही क्यों कहा गया है।
बस स्टैंड सांतरागाछी शिफ्ट होने से बढ़ जायेगी दूरी
बस संगठनों (bus union) का कहना है कि बाबूघाट से बस स्टैंड सांतरागाछी शिफ्ट (shifted santragachi) होने की बात की जा रही है। इससे दूरी बहुत ज्यादा बढ़ जायेगी। ऑल बंगाल बस मिनी बस समन्वय कमेटी के महासचिव राहुल चटर्जी ने बताया कि दक्षिणेश्वर से बाबूघाट (Dakshineswar to babughat) रूट में कोई बस चलती है तो उसकी दूरी जितनी होगी, उससे अधिक दूरी केवल सांतरागाछी बस स्टैंड (santragachi bus stand) तक ले जाने में ही तय करनी पड़ेगी। इससे पहले जब मेट्रो के काम के लिए बीबीडी बाग बस स्टैंड को शिफ्ट किया गया था तो उस समय बस संगठनों (bus unions) से स्थान के विकल्प के बारे में पूछा गया था, लेकिन इस बार केवल सांतरागाछी को विकल्प बस स्टैंड के तौर पर दे दिया गया है।
इस फैसले से छोटे व्यापारी होंगे प्रभावित
इधर, ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने कहा कि हावड़ा और हुगली (Howrah and hugli) से आने वाले लोग बाबूघाट बस स्टैंड से बस पकड़ते हैं, लेकिन सांतरागाछी शिफ्ट (santragachi bus stand) होेने पर ये लोग ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें असुविधा होगी। वह दूसरा विकल्प चुनेंगे। वहीं जो दूरगामी बसें ओडिशा, बिहार, और झारखंड (Odisha, Bihar and Jharkhand) जाती हैं, उसमें काफी खुदरा व्यवसायी अपने सामान ले जाते हैं। बड़ाबाजार से काफी संख्या में खुदरा व्यवसायी इन बसों से जाते हैं, जिन्हें काफी समस्या होगी। अन्य वैकल्पिक स्थान पर संरचना का पूरी तरह विकास नहीं हो पाने पर आम लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। हावड़ा की फेरी सेवा भी इससे जुड़ी हुई है, इस तरह बस स्टैंड हटाने पर पूरी कनेक्टिविटी और फीडर सर्विस ही बंद हो जायेगी।
बस उद्योग की हालत खराब, स्टैंड हटाने से समस्या होगी
इस मामले में सिटी सबबर्न बस सर्विसेज के टीटो साहा नेे अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे समय में जब बस उद्योग की हालत अत्यंत जर्जर है,ऐसे समय बस स्टैंड को हटाने से रूटों की व्यावहारिकता ही समाप्त हो जायेगी। वर्ष 2023-24 तक काफी संख्या में बस रूटों के बैठ जाने की संभावना है, ऐसे समय में बाबूघाट से बस स्टैंड को हटाये जाने का कोई तात्पर्य नहीं है।
11 अप्रैल 2022 को जारी हुआ था पहला नोटिफिकेशन
आपको बताते चलें कि गत 11 अप्रैल 2022 को राज्य के परिवहन विभाग द्वारा पहली बार बाबूघाट बस स्टैंड को हटाने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि अगले 14 दिनों के अंदर ही बाबूघाट से बस स्टैंड को सांतरागाछी में शिफ्ट करना होगा। हालांकि उस समय से ही निजी बस संगठनों द्वारा इसे लेकर आपत्ति जाहिर की जा रही है। इसी कारण अब तक बस स्टैंड को शिफ्ट नहीं किया जा सका है।