Kolkata News : खुद को मुख्यमंत्री सचिवालय (सीएमओ) का अधिकारी बताकर धौंस जमाने और लोगों के काम चुटकियों में कराने का झांसा देकर रुपए ऐंठने वाले एक फर्जी आइएएस अफसर को कोलकाता के बड़तल्ला थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी के साथ ही उसके कई राज सामने आए हैं। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि 61 वर्ष के इस शख्स ने अबतक कई लोगों को चूना लगाया होगा, जिसका खुलासा परत दर परत होगा। कौन है यह शख्स और कैसे पकड़ा गया, आइए जानें…
मंजु घोष ने दर्ज कराई थी 11.76 लाख रुपये की ठगी की शिकायत
दरअसल, एपीसी रोड की रहनेवाली मंजु घोष ने एक दिसंबर 2022 को शांतो मित्रा नामक इस शख्स के खिलाफ 11.76 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि कुछ महीने पहले ही उसकी मुलाकात शांतो से हुई थी। तब उसने खुद को आईएएस अधिकारी बताया था और कहा था कि वह सीएमओ में पोस्टेड है। उसने कहा था कि अगर महिला उसे रुपये देती है तो वह उसे और उसकी बेटी को दो सरकारी फ्लैट सस्ते दर पर वीवीआईपी कोटा से राजारहाट में दिलवा देगा। इतना ही नहीं, उसने बार का लाइसेंस दिलाने का भी वादा किया था। ऐसा भरोसा दिलाकर उसने 11.76 लाख रुपये ठग लिए। इसके बाद जालसाज ने न तो फ्लैट दिलाया और न ही बार का लाइसेंस।
एक साल से रह रहा था होटल में, कार पर चिपका रखा था राजभवन और बंगाल पुलिस का पोस्टर
शिकायत के बाद बड़तल्ला थाने की पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो वह करया इलाके के एक होटल से पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार वह लगभग एक वर्ष से संबंधित होटल के कमरा नंबर 101 में रह रहा था। पुलिस को उसके कमरे से कई दस्तावेज बरामद हुए है। इसके अलावा होटल के सामने से उसकी कार भी जब्त की गई है, जिसपर राजभवन, कोलकाता पुलिस और वेस्टबंगाल पुलिस का स्टीकर लगा हुआ है। पुलिस के अनुसार शांतो बेलियाघाटा इलाके का रहनेवाला है।