KolKata News : सामान्य तौर पर लोग जलती-चुभती गर्मी से बचने के लिए क्या-क्या जुगत नहीं करते। आर्थिक रूप से संपन्न कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो एक-दो महीने के लिए अपने राज्य यहां तक कि अपने देश से बाहर ठंडे प्रदेश के लिए रवाना हो जाते हैं। जो आर्थिक मामले में अपेक्षाकृत कम क्षमतावाण हैं, अपनी हैसियत के मुताबिक अपने घर का वातावरण अपने मनोरूप तापमान के समतुल्य बनाने का उपक्रम ढूंढ लेते हैं। वातानुकलित कमरे भी इन्हीं में से एक है। लोग अपने कमरे और बजट के हिसाब से एसी लगवाते हैं। कोलकाता के इस शख्स के घर के कमरों में पहले से ही एसी है, लेकिन उन्होंने इस गर्मी इसे संचालित नहीं करने का संकल्प लिया है। आखिर इस शख्स ने इस तपती गर्मी में ऐसा संकल्प क्यों लिया, सुनकर आप आश्चर्यचकित रहने के बदले भावविभोर हो जाएंगे और उनके सम्मान में कसीदे पढ़ जाएंगे। आइए बताते हैं आखिर इस सख्श ने ऐसा भी क्या कर डाला…।
गौरैये के तीन बच्चों के लिए ऐसी कई गर्मियां न्योछावर…
दरअसल यह कहानी है कोलकाता के ओल्ड चाइना टाउन स्थित तिरेती बाजार निवासी डोमिनिक परिवार की। गर्मी के आते हैं इस शख्स ने अपनी ऊपरी मंजिल के लिव कम डाइनिंग रूम में मौजूद एयर कंडीशनर दुरुस्त करने के उद्देश्य से मैकेनिक को बुलाया। जब मैकेनिक ने सर्विसिंग के लिए संबंधित एसी का विंडो खोला तो उसे उसके अंदर गौरैया के घोंसले के साथ ही गौरैया के तीन छोटे-छोटे बच्चे नजर आए नदीम जो कि उसकी सर्विसिंग को आया था, चिड़िया के बच्चों को देखकर ठिठक गया। बतौर नदीम, उसने जहां भी एसी की सर्विसिंग के दौरान ऐसे नजारे देखें,वहां से अपना हाथ खींच लिया, क्योंकि किसी पक्षी के घोंसले उजाड़ना,उसकी फितरत नहीं रही है। वह मानता है कि ऐसे में संबंधित एसी के मालिक नाराज भी हो जाते हैं। लेकिन, उसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह अपने वसूल का पक्का है। चंद पैसे के लिए वह किसी का घर नहीं उजार सकता। इससे इतर उसके अब तक के 22 वर्षों के करियर में पहला कोई ऐसा मकान मालिक दिखा, जिसे जैसे ही एसी के अंदर घोंसला होने की जानकारी मिली, उसने स्वयं उसकी सर्विसिंग छोड़ देने की बात कही। नदीम कहता है कि मैं इस डोमिनिक फैमिली की दयालुता का ऋणी हो गया।
… और एसी पर चिपका डाली यह सूचना…
और तो और यह डोमिनिक परिवार एसी नहीं चलाने के अपने संकल्प से न भटकें, उन्होंने एसी पर इस आशय की सूचना तक चिपका डाली है कि 30 मई तक यह काम नहीं करेगा। ऐसा इसलिए कि अगर उनके परिवार का कोई अन्य सदस्य उस कमरे में आए तो गलती से एसी का स्विच ऑन न कर दे।