WEST BENGAL NEWS : पश्चिम बंगाल में बढ़ते प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्य 40 प्रतिशत तक जिम्मेदार हैं। इनमें बिहार और झारखंड मुख्य रूप से शामिल हैं। आइआइटी दिल्ली के सेंटर फार एस्मासफेरिक साइंसेज एवं सेंटर आफ एक्सीलेंस फार रिसर्च की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उक्त राज्यों के बिजली संयंत्रों से पश्चिम बंगाल में प्रदूषण बढ़ रहा है। इस कारण पश्चिम बंगाल के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ रही हैं।
फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन उपकरण लगाना जरूरी
इस रिपोर्ट में सुझाव देते हुए बताया गया है कि बिजली संयंत्रों से फैलने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए वहां फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन नामक उपकरण स्थापित किया जाना बेहद जरूरी है। बंगाल के पर्यावरण मंत्री मानस भुइयां ने कहा कि अब प्रदेश में ठोस कचरा प्रदूषण को नियंत्रित करने की खासा जरूरत आन पड़ी है। इसे तभी सफलता मिलेगी, जब इसे लेकर उन भाषाओं में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, जिसे आम लोग आसानी से समझ सकें। हमारी सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती। जब तक लोग इस बारे में सचेत नहीं होंगे, तब तक इस मामले में सफलता नहीं मिलेगी।