Kolkata news, Employment news, West Bengal news, Job vacancy in West Bengal : पंचायत चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न पदों पर 1 लाख 25 हजार कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। यह नई नियुक्तियाँ अगले एक वर्ष के भीतर ही पूरी की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने इसमें स्वास्थ्य विभाग में 2,000 डॉक्टरों और 7,000 नर्सों की भर्ती, 2,000 कम्युनिटी हेल्थ वर्करों और 7,000 आशा कर्मियों की भर्ती, और समाज कल्याण विभाग में 9493 आंगनवाड़ी कर्मचारियों की भर्ती की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नए कर्मचारियों की भर्ती पर विशेष ध्यान दे रही है। कुल मिलाकर, विभिन्न दफ्तरों में 1 लाख 25 हजार नौकरियाँ होंगी।”
17,800 कर्मसंस्थान तैयार होंगे
इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 17,800 कर्मसंस्थान तैयार होंगे। छात्रावासों और विश्वविद्यालयों में भी नियुक्ति की घोषणा सीएम ने की है। उन्होंने कहा है कि 2200 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। पुलिस के विभिन्न पदों पर 20,000 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। 3,000 एक्साइज कांस्टेबलों की नियुक्ति होगी। 12,000 पदों पर ग्रुप-डी और 3,000 शून्य पदों पर ग्रुप-सी में नियुक्ति होगी। सीएम ने शिक्षा विभाग में भी नियुक्ति की बड़ी घोषणा की है और कहा कि राज्य के प्राथमिक स्कूलों में 11,000 और उच्च प्राथमिक स्कूलों में 14,500 पदों पर नियुक्ति होगी। यहां यह महत्वपूर्ण है कि कुछ दिन पहले कैबिनेट की बैठक में नियुक्ति के मामले में मंत्रियों और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों पर मुख्यमंत्री नाराज थीं।
पश्चिम बंगाल में रोजगार सृजित करना मेरा उद्देश्य
सीएम ने नियुक्तियों की घोषणा करते हुए कहा कि हमारा प्राथमिक उद्देश्य अधिक से अधिक रोजगार सृजन करना है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए राज्य में कई बड़ी परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इनमें देवचा-पाचामी परियोजना बीरभूम में, शेल गैस परियोजना आसनसोल-दुर्गापुर में, तेल परियोजना अशोकनगर में, अमृतसर-डानकुनी मालवाही कॉरिडोर, जंगल सुंदरी कर्मनगरी परियोजना पुरुलिया के रघुनाथपुर में, एशिया का सबसे बड़ा लेदर पार्क बानतला में, सिलिकॉन वैली परियोजना न्यूटाउन में और डीप सी पोर्ट परियोजना ताजपुर में शामिल हैं। सीएम ममता बनर्जी ने विपक्ष से अपील की है कि वह रोजगार के मामले में राजनीति न करें। उन्होंने कहा है कि यदि विपक्षी पार्टियाँ लोगों को रोजगार नहीं दे सकती हैं, तो कम से कम नियुक्तियों में बाधा न उत्पन्न करें।