Odisha News : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष जयंती पटनायक नहीं रहीं। 90 साल की उम्र में 28 सितंबर की देर रात भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। उनके परिवार में बेटा पृथ्वी बल्लव पटनायक और दो बेटियां हैं। उनके पति और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और असम के पूर्व राज्यपाल जानकी बल्लभ पटनायक का 2015 में निधन हो गया था। जयंती पटनायक के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष शरत पटनायक और ओडिशा के कई अन्य नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है और साथ ही उनके राजनीतिक और सामाजिक कार्यों को यादव किया।
तीन बार लोकसभा का जीता था चुनाव
कांंग्रेस की वरिष्ठ नेता जयंती पटनायक तीन बार कटक और बेरहामपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुनी गईं और एक बार राज्यसभा के लिए भी मनोनीत हुईं। वह अपने साहित्यिक कौशल के लिए भी जानी जाती थीं, जिन्होंने के.एम. मुंशी के कृष्णावतार ओडिया में अनुवाद किया था।