Sundargarh Odisha News : ओडिशा अंतर्गत सुंदरगढ़ जिले (sundargarh district) के जमर्ला गांव में शनिवार को आदिवासियों के इंद पर्व के अवसर पर 171 मुंडा परिवारों के कुल 600 सदस्यों ने ईसाई धर्म त्याग कर सनातन धर्म में पुन: वापसी कर ली। बता दें कि अभी कुछ ही साल पहले मिशनरी के लालच और बहकावे में आकर इन लोगों ने लोगों ने मतांतरित होकर ईसाई धर्म अपना लिया था।
घर वापसी करने वालों का सम्मान
मुंडा समाज के शुक लाल मुंडा के नेतृत्व में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें पारंपरिक अनुष्ठान के साथ नए वस्त्र और उपहार देकर घर वापसी करने वालों का सम्मान किया गया। इस दौरान विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें साधु-संतों ने प्रवचन किया और लोगों को अपने धर्म और संस्कृति के प्रति निष्ठा रखने को प्रेरित किया। इस अवसर पर जसपुर राजघराने के महाराजा कुमार प्रबल प्रताप सिंह जुदेव ने कहा कि पिता दिलीप सिंह जुदेव से उन्हें राष्ट्रवाद और सनातन संस्कृति की रक्षा करने की प्रेरणा मिली थी। हम सबों को मिलकर उनके अभइयान को आगे बढ़ाना है और अपनी संस्कृति तथा परंपरा की धरोहर को न सिर्फ संभाल कर रखना है, बल्कि आगे भी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि हिंदू सुरक्षित होंगे तो देश सुरक्षित होगा और हिंदू घटा तो देश के बंटने का खतरा पैदा होगा। उन्होंने कहा कि अगर मुझे धर्म की रक्षा हेतु प्राण भी देने पड़ें तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।
कार्यक्रम में ये लोग थे मौजूद
मौके पर जसपुर राजघराने के महाराजा कुमार प्रबल प्रताप सिंह जुदेव, धर्म जागरण क्षेत्रीय प्रमुख विनय भुइयां, प्रांत संयोजक विक्रम आचार्य, दिल्ली आर्य समाज के राष्ट्रीय कार्यकर्ता सुबास दुआ, आचार्य अनु देव, पूर्व सांसद कड़िया मुंडा की बहु प्रिया मुंडा, डाक्टर कमल नारायण आर्य, ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक सेवा सुरक्षा संगठन के श्याम कुमार गुप्ता, बजरंग दल के कार्यकर्ता डाक्टर राजकुमार बड़पंडा, अशोक गांधी, सनातन नायक, किशोर पटेल, रंजन पटेल, लक्षण शास्त्री, वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता शशिभूषण महाकुड़, पंकज ठाकुर, परमानंद बाघ समेत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित थे।