Hooghly, Kolkata, West Bengal latest Hindi news : जिस मां ने उसे नौ महीने कोख में पाला, प्रसव पीड़ा सही, उसका लाडला पूरी नींद सोए, इसलिए वह रातभर जागती रही, वह रोता तो माँ रोती, वह हंसता तो माँ हंसती। हर मौसम की मार से उसे बचाती, खुद भूखे रहकर उसे खिलाती, आज उसी बेटे ने उसे घर के बाहर का रास्ता दिखा दिया। यह दिल दहलाने वाली घटना बंगाल के हुगली की है, जिस वृद्ध की कहानी जिसने भी सुनी, उसकी आंखें भर आईं। आप भी सुनें…
ठिठुरन भरी रात में सड़क किनारे बेसुध पड़ी रही मां, लोगों की उमड़ी भीड़
यह कहानी है बंगाल के हुगली स्थित चुंचूडा के घाटकपाड़ा निवासी सतोरार्धा उमरानी प्रामाणिक की। उमरानी के बेटे ने पहले उसे नींद की गोलियां खिलाकर बेहोश कर दिया और फिर गंगा के उस पार जाकर छोड़ दिया। जब वह बेहोशी की हालत से उबरी तो खुद को सड़क पर पाया और उसकी आंखें छलक पड़ी। गुरुवार की देर रात उस इलाके के कुछ लोगों ने उसे भाटपाड़ा के राठताला इलाके में सड़क पर पड़ा पाया। ठिठुरन भरी रात में अनजान वृद्ध को सड़क किनारे लेटे देख लोगों की भीड़ लग गई। जब लोगों ने उनका नाम और पता पूछा तो सच्चाई सामने आई।
मछली कारोबारी हैं उसके दोनों बेटे, आपस में ही मची है उथलपुथल, खाना तक नहीं देते थे मां को
बातचीत में जानकारी मिली की उसके दोनों बेटे मछली के कारोबारी हैं। खुद दोनों बेटों के परिवार में कई मामलों को लेकर उथल पुथल मची रहती है। ऐसी स्थिति में बेटे उसे न तो पूछते थे और न ही उन्हें खाना ही देते थे। वह सिसकती हुई कहती है, बेटे ने जो किया ठीक ही किया, अपनी- अपनी किस्मत है। जब बेटों को पाल पोसकर इतना बड़ा बना दिया तो किसी तरह जी ही लूंगी। यह सुनकर वहां मौजूद लोगों की भी आंखें डबडबा आईं। लोग मंत्रणा कर रहा था, वृद्धा की सुरक्षा और आश्रय को लेकर। जिसके लिए एक साथ कई हाथें उठ गईं। मामला पुलिस तक भी पहुंचा। अब निर्णय वृद्धा को लेना है कि वह रिश्ते के किस बेटे के साथ शेष जिंदगी गुजरेंगी।