Odisha News : यह बात सुनने में भले ही आश्चर्य लगे परंतु है सच्चाई। ओडिशा के रमेश चंद्र स्वाईं नामक एक शख्स ने एक-दो नहीं, आठ-10 भी नहीं, 27-27 शादियां की हैं। इनमें कई हाई-प्रोफाइल महिलाएं भी हैं। अब आप जरूर सोच रहे होंगे कि महिलाएं कैसे इस फरेबी के चंगुल में फंसती चली गई। आपको यह भी बता दें कि रमेश कई बैंकों से लोन लेकर भी फरार चल रहा था। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में नामांकन के नाम पर कई छात्रों से उसने पैसे ऐंठे थे। ऐसे कई दो नंबरी कामों में उसकी संलिप्तता पुलिस की जांच में सामने आई है। ओडिशा पुलिस एक एसआईटी गठित कर उसकी इन फर्जीवाड़ों की जांच कर रही है।
क्या है मामला, कैसे फंसी महिलाएं, कैसे हुआ गिरफ्तार
वह 1982 से ही यह खेल रच रहा था। उसने पहली शादी के बाद दूसरी शादी प्रयागराज में डॉक्टर के पद पर पदस्थापित एक महिला से कर ली, जो झारखंड की राजधानी रांची के तुपुदाना की निवासी थी। इसके बाद रमेश ने उसे कुछ ऐसी घुट्टी पिलाई कि वह उसके कारनामे की राजदार बन गई। रमेश का काम मैट्रिमोनियल साइट पर जाकर अधिक उम्र की महिलाएं, जिनकी शादी नहीं हो रही होती थी, के अलावा विधवा, परित्यक्ता से संपर्क साधना शुरू किया। वह खुद को कभी डॉक्टर तो कभी अफसर बताता, ऐसे में महिलाएं उसके शब्द जाल में फंसती चली गई और वह एक-एक कर 27 शादियां करता चला गया। वह दो-चार पत्नियों के साथ सीधा संपर्क में था, जबकि शेष से शादी के बाद उनके पैसे और जेवर लेकर वह फरार हो गया था। पिछले वर्ष दिल्ली की एक महिला ने उसके विरुद्ध महिला थाना में मुकदमा दर्ज कर आपबीती सुनाई थी। उसने कहा था कि रमेश ने शादी के बाद उसे कुछ दिनों तक भुवनेश्वर में रखा और फिर फरार हो गया। उसी की निशानदेही पर रमेश पिछले वर्ष 14 फरवरी को पकड़ा गया। इसके बाद रांची से उसकी दूसरी पत्नी भी पकड़ी गई। तब जाकर पता चला कि वह पैसे का कारोबार अपनी इसी पत्नी के खाते से किया करता था। लिहाजा पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद रमेश के काले चिट्ठे परत दर परत खुलते चले गए।
अब शातिर ठग के आर्थिक कारोबार को खंगालेगी ईडी
बहरहाल, इस फरेबी और शातिर ठग के आर्थिक कारोबार को ईडी ने खंगालने का फैसला लिया है। ईडी ने इस संबंध में ओडिशा पुलिस से कुछ दस्तावेज की मांग की थी। बताया जा रहा है कि उसने संबंधित रिपोर्ट ईडी को सौंप दी है। अब ईडी उसे रिमांड पर लेकर यह जानने का कोशिश करेगी कि उसने किन-किन राज्यों में महिलाओं को फांसा और पैसे इकट्ठे किए। इस पैसे का उसने क्या किया, ईडी यह भी पता लगाएगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में ईडी के हस्तक्षेप के बाद कई और नए खुलासे होंगे।