West Bengal news ; पश्चिम बंगाल एक बार फिर संप्रदायिक तनाव और हिंसा की चपेट में है। यहां के मोमिनपुर (mominpur) में बीती रात दो समुदायों में तनाव हो गया था। इसके बाद जमकर हिंसा और तोड़फोड़ की वारदात हुई। इस दौरान कई वाहनों और दुकानों को तोड़ा गया। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में तनावपूर्ण (tension) स्थिति बनी हुई है।
धार्मिक जुलूस के दौरान सड़क पर किया तांडव
मोमिनपुर की घटना के बाद भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (BJP leader shubhendu Adhikari) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखकर तनाव ग्रस्त इलाके में केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है। मिली जानकारी के अनुसार मिलाद-उन-नबी (milad un Nabi) के मौके पर देर रात मोमिनपुर के इकबालपुर में एकाएक हिंसा फैल गई। यहां एक समुदाय के लोगों ने इकबालपुर थाने को घेर लिया। इसके बाद बेकाबू भीड़ (uncontrollable crowd) ने सड़क पर खड़े वाहनों के अलावा आसपास की दुकानों में भी तोड़फोड़ करना प्रारंभ कर दिया। मोमिनपुर के कई इलाकों में पथराव और बम फेंकने (bomb blast) की भी सूचना हैं। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए फिलहाल एहतियात के तौर पर पूरे क्षेत्र में आरएएफ (raf) को तैनाती कर दी गई है।
कार्रवाई नहीं कर रही ममता सरकार : भाजपा
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मोमिनपुर (mominpur) में फैली हिंसा और तनाव के बाद भाजपा नेता डॉ. सुकांत मजूमदार (BJP leader sukant Majumdar) ने अपने ट्विटर हैंडल (Twitter handle) पर एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में कई वाहन सड़क पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा है, एक शांतिप्रिय समुदाय द्वारा अपने त्योहार मिलाद-उन-नबी को मनाते हुए हिंदुओं की दुकानों और वाहनों को तोड़ा गया। हमेशा की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (chief minister Mamta banarji) ने मामले में दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने उत्पात मचाने के लिए एक समुदाय विशेष को खुली छूट दे दी है।
केंद्रीय बलाें की तैनाती का मामला हाईकोर्ट पहुंचा
मोमिनपुर में हिंसा और सांप्रदायिक तनाव (Violence and communal tension) के बाद केंद्रीय बलों की तैनाती का मामला अब कलकत्ता हाईकोर्ट पहुंच चुका है। कोलकाता में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट (Kolkata High court) में जनहित याचिका दायर की गई है। वहीं दूसरी और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, भाजपा विधायक अग्निमित्र पाल, पार्टी विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल हिंसा मामले में राज्यपाल से मुलाकात कर अपनी बात रखें।