Chiraiya, motihari news : सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति एवं जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर और कोटा के भीतर कोटा लागू करने के फैसले के खिलाफ बुधवार को 14 घंटे के लिए भारत बंद का आह्वान किया गया। इस कड़ी में प्रखंड मुख्यालय स्थित शांति चौक एवं बस स्टैंड चौक पर आंदोलनकरियों ने बांस व बल्ला लगाकर मोतिहारी- ढाका मुख्य मार्ग को जाम कर प्रदर्शन किया। जिससे सुबह के नौ बजे से दोपहर के दो बजे तक उक्त मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से बाधित रहा। सड़क के दोनों ओर गाड़ियों का लम्बा काफिला लगा रहा। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जगह-जगह सड़कों पर टायर जलाकर उच्चतम न्यायालय के फैसले का विरोध किया।
परिचालन घंटों रहा बंद
मेडिकल स्टोर एवं एम्बुलेंस सेवा को बंद से पूर्णतः मुक्त रखा गया था। जबकि अन्य सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रही। बंद के कारण सड़कों पर अमूमन आम लोग नही चल रहे थे। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति संयुक्त संघर्ष मोर्चा पूर्वी चंपारण के बैनर तले लोगों ने केंद्र सरकार से सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू नहीं करने की गुजारिश की। धरना व प्रदर्शन का नेतृत्व संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेता रामदरश पासवान कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे लोगों को संबोधित करते हुए श्री पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दलित और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ है और केंद्र सरकार से इसे रद्द करने की मांग की।
आरक्षण के मूल सिद्धांतों के है खिलाफ
उन्होंने बंद बुलाने का मुख्य उद्देश्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देना और इसे वापस लेने की मांग करना और सरकार पर दबाव डालना बताया। वहीं मोर्चा के नेता दीपक पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कोटे में कोटा वाले फैसले को वापस ले या पुनर्विचार करे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आरक्षण के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है और इसे वापस लिया जाना चाहिए। नेताओं ने आंदोलन को पूरी तरह से सफल बताया तथा इसमें शामिल होनेवालों लोगों को साधुवाद दिया। प्रदर्शन के दौरान असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए चिरैया थाना की पुलिस बड़ी संख्या में धरना स्थल पर मौजूद थी। मौके पर भीम आर्मी के प्रखंड अध्यक्ष चांदसी राम, रामनरेश पासवान, चितरंजन पासवान, राजकुमार राम, गगनदेव राम, विशाल पासवान, मनोज राम, दीपक पासवान, धर्मेंद्र राम, हरेन्द्र राम, राकेश राम, रंजीत राम सहित बड़ी संख्या अनुसूचित जाति एवं जनजाति संघर्ष मोर्चा के लोग मौजूद थे।