▪︎ डाॅ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा आज सुबह 9.30 बजे कांग्रेस मुख्यालय से होगी शुरू
New Delhi News: पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह का दिल्ली के एम्स में गुरुवार की रात निधन हो गया। डॉ. सिंह ने रात 09 बज कर 51 मिनट पर अंतिम सांस ली। केन्द्र सरकार ने इस दुख की इस घड़ी में 07 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। शुक्रवार को 11 बजे पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए कैबिनेट की बैठक हुई। इसके साथ ही आज होनेवाले सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिये गये। शनिवार को डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा।
डॉ. सिंह लम्बे समय से अस्वस्थ थे। गुरुवार को रात आठ बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। इसके बाद वह बेहोश हो गये। उन्हें तुरन्त दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया। लेकिन, उन्हें बचाया नहीं जा सका। पूर्व प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के निधन को लेकर दिल्ली एम्स ने विज्ञप्ति के जरिये बयान जारी किया। एम्स की ओर से बताया गया कि मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। वह उम्र से सम्बन्धित बीमारियों से ग्रसित थे। गुरुवार को अपने घर पर अचानक बेहोश हो गये थे। उन्हें रात 8:06 बजे एम्स के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। हालांकि, तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित किया गया।
डाॅ. मनमोहन सिंह एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, शिक्षक और ब्यूरोक्रेट रहे
डाॅ. मनमोहन सिंह एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, शिक्षक और ब्यूरोक्रेट रहे। उन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और वह पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और नरेन्द्र मोदी के बाद चौथे सबसे लम्बे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने लोकसभा का सदस्य बनने के बजाय राज्यसभा में असम से 1991 से 2019 और फिर राजस्थान से 2019 से 2024 तक सदस्य के रूप में कार्य किया।
डाॅ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को पश्चिम पंजाब के गाह (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। 1947 में भारत विभाजन के दौरान उनका परिवार भारत आ गया। डाॅ. सिंह ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट किया और 1966 से 1969 तक संयुक्त राष्ट्र में काम किया। इसके बाद उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में अपनी शुरुआत की और कई महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
1991 में, जब भारत गम्भीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा था, प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव ने उन्हें वित्त मंत्री के रूप में अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया। डाॅ. सिंह ने अपनी नीतियों से भारत की अर्थव्यवस्था को उदारीकरण की दिशा में आगे बढ़ाया, जिससे भारत ने आर्थिक संकट से उबर कर तेजी से विकास किया। उनके नेतृत्व में कई महत्त्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार किये गये।
कांग्रेस कार्य समिति ने श्रद्धांजलि सभा कर पूर्व प्रधानमंत्री को किया नमन
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह 08 बजे एआईसीसी मुख्यालय ले जाया जायेगा, जहां आम लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे। उनकी अंतिम यात्रा सुबह 9.30 बजे एआईसीसी मुख्यालय से शुरू होगी।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि डाॅ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार की शाम 5.30 बजे नयी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। इसमें सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर आज जनता के अंतिम दर्शन के लिए उनके निवास स्थान 3, मोतीलाल नेहरू रोड, नयी दिल्ली पर रखा गया है। कल 28 दिसम्बर को सुबह 08 बजे उनका पार्थिव शरीर एआईसीसी मुख्यालय ले जाया जायेगा और जनता तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को शनिवार की सुबह 8.30 से 9.30 बजे के बीच श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर मिलेगा।
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