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मौत के 14 साल बाद फिर विवादों में पद्म विभूषण पेंटर, एमएफ हुसैन की विवादित पेंटिंग्स की पेटेंग होगी जब्त 

मौत के 14 साल बाद फिर विवादों में पद्म विभूषण पेंटर, एमएफ हुसैन की विवादित पेंटिंग्स की पेटेंग होगी जब्त 

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New Delhi news : पद्म विभूषण से सम्मानित दिवंगत मशहूर चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन अपनी मौत के 14 साल बाद फिर से विवादों में हैं। वह जीते जी भी कई विवादों में फंस चुके हैं। उन पर हिन्दू देवी-देवताओं की अपमानजनक पेटिंग्स बनाने के कई आरोप पहले भी लगे हैं। अब एक बार फिर वह इसी तरह के विवादों के लिए चर्चा में हैं। विवाद की वजह से दिल्ली की एक अदालत ने उनकी पेंटिंग्स जब्त करने का आदेश दिया है।

धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची

दरअसल, अमिता सचदेवा नाम की एक वकील ने पटियाला हाउस कोर्ट में शिकायत की थी कि दिल्ली आर्ट गैलरी में लगी एमएफ हुसैन की पेंटिंग में हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान किया गया है। इससे हिन्दू धर्म मानने वाले लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है। शिकायतकर्ता और वकील अमिता सचदेवा ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा कि हुसैन की पेंटिंग्स में सनातन धर्म के सबसे पूजनीय देवता हनुमान और गणेश का अपमान किया गया है। उन्होंने तर्क दिया कि यह अश्लीलता है। सबसे पूजनीय देवताओं को अश्लील तरीके से चित्रित करना दुर्भावनापूर्ण और जानबूझकर किया गया अपमान है। हुसैन दुनिया के सबसे महान कलाकार हो सकते हैं, लेकिन उन्हें मेरे देवताओं का अपमान करने का कोई अधिकार नहीं है।

‘देवताओं का उपहास’ करने वाली पेंटिंग

उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शनी में हजारों लोगों ने ‘देवताओं का उपहास’ करने वाली वह पेंटिंग देखी। सचदेवा ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए ऐसी आपत्तिजनक पेंटिंग प्रदर्शित करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का बनता है। दरअसल, पिछले साल 6 से 10 दिसंबर के बीच ये पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई थी। उसी प्रदर्शनी के आधार पर सचदेवा ने अदालत में शिकायत दर्ज की थी। इस शिकायत पर अदालत ने ये कार्रवाई की है। सचदेवा ने सोशल मीडिया एक्स पर भी उस प्रदर्शनी की तस्वीर साझा की थी और आरोप लगाया था कि सार्वजनिक तौर पर हिन्दू देवताओं का अपमान किया जा रहा है। इसके जवाब में दिल्ली आर्ट गैलरी ने कहा है कि वह पुलिस जांच में सहयोग कर रही है। गैलरी की तरफ से कहा गया है कि इस प्रदर्शनी में पांच हजार लोग आए थे। इस दौरान आम जनों के साथ-साथ प्रेस से भी समीक्षा ली गई जो सकारात्मक रही लेकिन सिर्फ शिकायतकर्ता को ही इसमें अपमानजनक पेंटिंग्स दिखी।

कोर्ट का आदेश

पटियाला हाउस के प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट साहिल मोंगा ने हनुमान और गणेश की कलाकृति जब्ती करने का आदेश देते हुए पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आर्ट गैलरी में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर को जब्त कर लिया है। दिल्ली आर्ट गैलरी ने पुलिस को पेंटिंग्स की एक लिस्ट भी सौंपी है, जिसमें विवादित पेंटिंग्स क्रमांक 6 और 10 पर थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनी निजी स्थान पर आयोजित की गई थी और पेंटिंग्स केवल लेखकों और कलाकारों के मूल कार्य को प्रदर्शित करने के लिए थी।

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