▪︎ इजरायल ने कहा यह सीमित और अस्थाई कार्रवाई
Damishq News : सीरिया में बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद इजरायल ने हमले की तीव्रता बढ़ा दी है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सेना ने पिछले 48 घंटों में सीरिया पर 350 से अधिक हमले करने का दावा किया है। इनमें सीरिया के नौसैनिक बेड़े और महत्वपूर्ण बंदरगाहों, अल-बायदा और लाताकिया को निशाना बनाया गया, जिसमें 15 से अधिक जहाज तबाह हो गए। इजरायल ने इन हमलों को अपनी सुरक्षा का हिस्सा बताते हुए दावा किया है कि ये सीमित और अस्थायी कार्रवाई है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय मंच पर इन हमलों के पीछे के इरादों पर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल शायद गोलान हाइट्स पर दोबारा कब्जे की कोशिश कर रहा है।
सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया
पिछले रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद बशर अल-असद ने देश छोड़ दिया। बशर असद ने रूस में अस्थायी शरण ली है। उनके देश छोड़ते ही इजरायल ने सीरिया पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू कर दिए। इनमें सीरिया के सैन्य महत्व वाले इलाकों, शोध केंद्रों और हथियार गोदामों को खासतौर पर निशाना बनाया गया।
1967 के युद्ध के दौरान इजरायल के कब्जे में आ गई गोलान हाइट्स को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में नेतन्याहू ने गोलान हाइट्स को इजरायल का हिस्सा घोषित किया, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका को छोड़कर अन्य देशों ने मान्यता नहीं दी। अब सीरिया पर इजरायली हमलों ने इस विवाद को और गहरा कर दिया है।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने हमलों को बड़ी सफलता बताया
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने इन हमलों को बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि वे केवल उन्हीं क्षेत्रों पर हमला कर रहे हैं, जो इजरायल के लिए खतरा बन सकते हैं। उनका कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य सीरिया के चरमपंथियों के हाथों में खतरनाक हथियारों को जाने से रोकना है। हालांकि, इजरायल के दावे के बावजूद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में यह चर्चा तेज है कि इन हमलों के पीछे केवल सुरक्षा कारण नहीं, बल्कि गोलान हाइट्स पर फिर से कब्जा जमाने की रणनीति भी हो सकती है।