New Delhi news : गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के राहुल गांधी पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद संसद में शोर गूंज उठा और स्थिति यहां तक आई के अगले दिन तक के लिए संसद को बंद करना पड़ा। राज्यसभा में कुछ काम का जरूर हुआ। लेकिन, विपक्ष का हंगामा भी समय-समय पर जारी रहा। वहीं, भारतीय वायुयान विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया। नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा कि छह हवाई अड्डों को गहन, प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से अदाणी समूह को पट्टे पर दिया गया था। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से नियम एवं प्रक्रियाओं का पालन करने और सदन में बिल्ले आदि लगाकर नहीं आने का आग्रह किया।
लोकसभा में जो हुआ
लोकसभा में दुबे ने लोकसभा में शून्यकाल में कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से पूछने के लिए कुछ सवाल उठाए, जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस और उसके कुछ सहयोगी दलों के सदस्यों ने हंगामा जारी रखा। विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। उनकी मांग थी कि लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई को बोलने का मौका दिया जाए। उन्होंने गौरव गोगोई से कहा, ‘‘शून्य प्रहर में निशिकांत दुबे जी को अवसर मिला, आपको भी अवसर मिला। आपको लगता है कि कोई विषय है तो उस पर अध्यक्ष जी को निर्णय करना है।
राज्यसभा में जो हुआ
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने हंगामा को लेकर कहा कि हम किसी भी अन्य स्थान पर सबसे बड़े लोकतंत्र को गहरे राज्य द्वारा निष्क्रिय बनाने की अनुमति नहीं दे सकते। इस सदन को हमारी संप्रभुता के लिए हानिकारक और खतरनाक किसी भी प्रवृत्ति, किसी भी पहल को बेअसर करने के लिए एकजुट होना चाहिए। यह बहुत गंभीर मुद्दा है। हमें सभी से राय लेने की जरूरत है।