New Delhi news : देश की आजादी के बाद भारत में लगभग सभी प्रमुख आपरेशन में शामिल रही वायु सेना की पश्चिमी कमांड की कमान बुधवार को एयर मार्शल जीतेन्द्र मिश्रा ने सम्भाल ली है। उन्होंने एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा का स्थान लिया, जो वायु सेना में 39 वर्षों से अधिक की विशिष्ट सेवा देने के बाद 31 दिसम्बर को सेवानिवृत्त हुए। एयर मार्शल मिश्रा ने कार्यभार संभालने से पहले मुख्यालय डब्ल्यूएसी में गार्ड आफ आनर का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
एयर मार्शल पीएम सिन्हा साढ़े 29 साल की समर्पित सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए
भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल पीएम सिन्हा साढ़े 29 साल की समर्पित सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने पश्चिमी वायु कमान की तत्परता और सभी सौंपे गये कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के संकल्प को और मजबूत किया है। पश्चिमी वायु कमान उनके दिखाये मार्ग से प्रेरणा लेती रहेगी। उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है। एयर मार्शल जीतेन्द्र मिश्रा ने एयर मार्शल पंकज मोहन सिन्हा का स्थान लिया है और उन्होंने आज भारतीय वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान की कमान सम्भाली।
1986 में लड़ाकू पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे
एयर मार्शल मिश्रा दिसम्बर, 1986 में लड़ाकू पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हुए थे। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे, एयर फोर्स टेस्ट पायलट स्कूल, बेंगलुरु, एयर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, यूएसए और रॉयल कॉलेज आॅफ डिफेंस स्टडीज, यूके के पूर्व छात्र हैं। फाइटर कॉम्बैट लीडर और प्रायोगिक टेस्ट पायलट एयर मार्शल मिश्रा के पास 3000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। अपने 38 साल से ज्यादा के सेवा करियर में एयर मार्शल ने कई महत्वपूर्ण कमांड और स्टाफ नियुक्तियां की हैं। एयर मार्शल जीतेन्द्र मिश्रा को अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
कमान सम्भालने के बाद राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की
अपनी वर्तमान नियुक्ति से पहले एयर मार्शल मिश्रा इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आपरेशन) के डिप्टी चीफ थे। इससे पहले वह एक फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग आफिसर, एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग इस्टैब्लिशमेंट (एएसटीई) में चीफ टेस्ट पायलट, दो फ्रंटलाइन एयरबेस के एयर आफिसर कमांडिंग, डायरेक्टर (आपरेशनल प्लानिंग एंड असेसमेंट ग्रुप), प्रिंसिपल डायरेक्टर (एएसआर) और एयर मुख्यालय (वीबी) में असिस्टेंट चीफ आफ एयर स्टाफ (प्रोजेक्ट्स), कमांडेंट एएसटीई और इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के डिप्टी चीफ (सिद्धांत, संगठन और प्रशिक्षण) के पद पर रह चुके हैं। उन्होंने कार्यभार संभालने से पहले डब्ल्यूएसी के मुख्यालय में गार्ड आफ आनर का निरीक्षण किया और कमान सम्भालने के बाद राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
नयी दिल्ली के सुब्रतो पार्क में स्थित वेस्ट एयर कमांड मुख्यालय के नियंत्रण में 200 से अधिक एयरबेस आते हैं और यह कमांड देश की आजादी के बाद भारत में लगभग सभी प्रमुख आपरेशन में शामिल रही है। भौगोलिक स्थिति के कारण किसी भी आपरेशन के दौरान यह हमेशा से मुख्य केन्द्र रहा है। इस कमांड ने आपरेशन कश्मीर, आपरेशन 1947-48, चीन-भारत संघर्ष 1962, भारत-पाकिस्तान युद्ध 1965, भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971, आपरेशन पवन 986 (श्रीलंका) और आपरेशन व्हाइट सागर 1999 (कारगिल) संचालित किया है।