• दो दिन भरेंगे हुंकार, महागठबंधन सरकार को घेरने के लिए भाजपा ने झोंकी ताकत
Ranchi News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झारखंड में चुनावी बिगुल बजा चुके हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को रांची पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को वह साहिबगंज जायेंगे। वहां से वह भाजपा की परिवर्तन यात्रा का आगाज करेंगे। भाजपा के चुनाव प्रभारी केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी असम के सए हिमंता विश्व सरमा लगातार झारखंड आ रहे हैं। उनके लगातार आने और नयी चुनावी रणनीति ने झारखंड भाजपा में नयी जान फूंकी है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की लोकलुभावन घोषणाओं और कार्यक्रमों से एक बार ऐसा लगने लगा था कि भाजपा को वह अकेले क्लीन बोल्ड कर देंगे। परन्तु, भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा झारखंड की चुनावी कमान सम्भालने के बाद स्थितियां पहले से सुधरी हैं। अब तो लोग यह भी कहने लगे हैं कि मुकाबला एकतरफा नहीं, बल्कि दोनों ओर से इस बार कड़ा मुकाबला होनेवाला है। ऐसा कड़ा कि कौन बाजी मार ले जाये, कहना मुश्किल है।
भाजपा ने पहले से ही तय किये हैं मुद्दे
भाजपा इस बार सत्ता में नहीं है, इसलिए उसे अपने कामकाज के भरोसे सत्ता का सपना देखना सम्भव नहीं है। हां, केन्द्रीय योजनाओं का उल्लेख कर भाजपा थोड़ा राहत महसूस कर सकती है। वैसे, भाजपा ने अपने मुद्दे लोकसभा चुनाव के दौरान ही तय कर लिये थे। उन्हीं मुद्दों को लेकर वह लोगों के बीच जा रही है। लोगों को जागरूक कर रही है। खतरे की ओर इशारा कर रही है कि अगर इंडिया ब्लॉक की सरकार झारखंड में बरकरार रही, तो झारखंड के लोगों को क्या नुकसान होनेवाला है। इस क्रम में सबसे बड़ा मुद्दा बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ का है। मुस्लिम तुष्टीकरण का है। झारखंड की बदलती डेमोग्राफी का है। आदिवासियों की घटती आबादी का है। भाजपा ने यह मुद्दा शिद्दत से उठाया है। हिमंता विश्व सरमा ने तो इसे अपना तकियाकलाम ही बना लिया है। उनका कोई भी बयान या भाषण इसके बिना पूरा नहीं होता।