New Delhi News: नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही देश में फेस्टिव सीजन भी शुरू हो गया है। इसके साथ ही छुट्टियों में एक जगह से दूसरी जगह जाने वाले मुसाफिरों की संख्या में भी तेजी के साथ बढ़ोतरी होने लगी है। फेस्टिव सीजन में यात्रियों की संख्या के दबाव को देखते हुए भारतीय रेलवे ने इस साल भी बड़ी तैयारी की है। नवरात्रि से लेकर छठ पूजा तक की अवधि में मुसाफिरों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने 400 से स्पेशल ट्रेन लॉन्च की है।
फेस्टिव सीजन के दौरान ये स्पेशल ट्रेन 5,975 फेरे (ट्रिप) लगायेंगी, ताकि यात्रियों को उनकी जरूरत के मुताबिक ट्रेन मिल सके। इसके पहले 2023 में फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों ने कुल 4,429 फेरे लगाये थे। इस तरह इस साल मुसाफिरों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेन पिछले साल की तुलना में 1,546 फेरे अधिक लगायेंगी। हालांकि, मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि अगर मुसाफिरों की संख्या का दबाव और बढ़ा तो स्पेशल ट्रेन के फेरों की संख्या में और बढ़ोतरी की जा सकती है।
मध्य रेलवे चलाएगा फेस्टिव सीजन के दौरान 278 स्पेशल ट्रेन
मध्य रेलवे ने फेस्टिव सीजन के दौरान 278 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया है, जिससे छुट्टियों में अपने पुश्तैनी शहरों में या गांव जाने और फिर वापस आने में लोगों को काफी सुविधा होगी। इन ट्रेनों का रूट, ऑरिजन स्टेशन से छूटने और डेस्टिनेशन तक पहुंचने का समय तथा रास्ते में पड़ने वाले स्टेशनों पर ठहराव की विस्तृत जानकारी पाने के लिए इंडियन रेल की इंक्वारी वाली साइट से पता किया जा सकता है।
स्पेशल ट्रेन के अलावा 108 ट्रेनों में अतिरिक्त कोच जोड़ने का भी एलान
इसके पहले उत्तर रेलवे ने भी फेस्टिव सीजन के दौरान मुसाफिरों के लिए परेशानी मुक्त और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के इरादे से 138 स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया था। इसके तहत 11 नवम्बर तक ये स्पेशल ट्रेनें 2,694 फेरे लगायेंगी। उत्तर रेलवे की ओर से दावा किया गया था कि इस साल पिछले साल की तुलना में स्पेशल ट्रेन के फेरे अधिक होने की वजह से पहले से प्लान करके चलने वाले मुसाफिरों को कम परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
फेस्टिव सीजन के दौरान मुसाफिरों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेन के अलावा पहले से चल रही 108 ट्रेनों में अतिरिक्त कोच (डिब्बा) जोड़ने का भी एलान किया गया है। ये अतिरिक्त डिब्बे सामान्य श्रेणी के होंगे, जिससे अंतिम समय में यात्रा करने का मन बनाने वाले मुसाफिरों को भी ट्रेन में जगह मिल सकेगी।