मुस्लिम इलाके में 46 साल बाद खुले कार्तिक महादेव मंदिर का सर्वे शुरू
Sambhal news, up news : संभल के मुस्लिम इलाके में 46 साल बाद खुले कार्तिक महादेव मंदिर का पुरातात्विक विभाग (एएसआई) ने सर्वे शुरू कर दिया है। शुक्रवार को चार सदस्यीय टीम मंदिर का सर्वे करने पहुंची। इस टीम ने मंदिर के साथ ही यहां के 5 तीर्थों और 19 कुओं की भी जांच की है। यह सर्वेक्षण कई घंटे तक चला है। फिलहाल कुल 24 क्षेत्रों का सर्वे किया गया है। इसकी रिपोर्ट जल्द ही डीएम राजेंद्र पैसिया को सौंपी जाएगी। डीएम ने भी मंदिर मिलने के बाद इसका एएसआई से सर्वे का फैसला लिया था। डीएम ने तब बताया था कि यह मंदिर एक हजार साल पुराना हो सकता है।
शुक्रवार को डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि चार सदस्यीय टीम ने सर्वे किया है। संभल में 5 तीर्थों और 19 कुओं की एएसआई द्वारा निगरानी की गई। जो नया मंदिर मिला है, उसकी भी निगरानी की गई। सर्वेक्षण 8-10 घंटे चला है। जो प्राचीन मंदिर खुला था, उसका भी सर्वेक्षण किया गया। एएसआई अपनी रिपोर्ट हमें सौंपेगी। कुल 24 क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया गया।
उन्होंने बताया कि इन सभी जगहों की पैमाइश हमने पहले ही करा ली थी, लेकिन एएसआई ने शुक्रवार को सर्वेक्षण किया। पेंसिया ने बताया कि इन कुओं में चतुर्मुख कूप, मोक्ष कूप, धर्म कूप समेत 19 कुओं और भद्रक आश्रम, स्वर्गदीप और चक्रपाणि समेत पांच तीर्थ स्थलों का सर्वेक्षण किया गया।
गौरतलब है कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद संभल में प्रशासन-पुलिस के साथ सर्च अभियान चला रहा है। इसी क्रम में खग्गुसराय इलाके में टीम को एक मंदिर दिखाई दिया था। इसकी पड़ताल की, तो पता चला कि यह मंदिर 1978 में हुए दंगे के बाद से बंद है। डीएम ने मंदिर के कपाट खुलवाए, तो एएसपी श्रीश्चंद्र व सीओ अनुज चौधरी अंदर घुसे। मंदिर के बाहर कुआं भी था, जिसे खुदाई कर खुलवा दिया गया।
इस मंदिर में भगवान शिव और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित मिली थी। 46 साल बाद मंदिर के कपाट खुलने के बाद हिंदू समुदाय के लोगों में खुशी का माहौल है। भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया गया और हनुमान को चोला चढ़ाया गया।
पुरातत्व विभाग को डीएम ने लिखी चिट्ठी
इस बाबत संभल के डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया ने कहा कि पंडितों के मुताबिक यह ऐतिहासिक मंदिर कार्तिक महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है, जो शास्त्रों में वर्णित संभल के 52 सराय, 68 तीर्थ और 19 कूप का हिस्सा है। पास में अमृत कूप भी स्थित है। इसके लिए हमने पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर कार्बन डेटिंग कराने को कहा है।